Pahalgam Terrorist Attack: पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सरकार ने कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान से भारत आने वाले लोगों के वीजा रद्द कर दिए और सरकार ने कहा कि सभी पाकिस्तानी 48 घंटे के भीतर देश छोड़ दें. इस बीच बॉर्डर इलाके से एक भारतीय मूल की महिला द्वारा दिए गए बयान ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है, जिसमें उसने ‘आधी पाकिस्तानी नागरिकता’ जैसी बात कही.
यह महिला, जो भारतीय नागरिक है और महिला के पास इंडियन पासपोर्ट भी है. महिला ने भी कहा कि “आधी पाकिस्तानी नागरिकता” हासिल की है. इस बयान के बाद यह सवाल उठने लगा है कि आखिर आधी नागरिकता का क्या मतलब होता है, और क्या ऐसा कोई कानूनी प्रावधान है?
क्या पाकिस्तान आधी नागरिकता देता है?
वास्तविकता यह है कि किसी भी देश में आधी नागरिकता जैसी कोई कानूनी व्यवस्था नहीं होती. नागरिकता या तो पूर्ण रूप से दी जाती है या फिर किसी विशेष श्रेणी जैसे अस्थायी वीजा, रेसिडेंसी, या राजनीतिक शरणार्थी के तहत व्यक्ति को कुछ अधिकार दिए जाते हैं. पाकिस्तान की नागरिकता नीति के अनुसार, कोई भी विदेशी नागरिक, जो शादी या विशेष पात्रता के अंतर्गत आता है, पूर्ण नागरिकता के लिए आवेदन कर सकता है, लेकिन ‘आधी नागरिकता’ का कोई आधिकारिक प्रावधान नहीं है.
हो सकता है नागरिकता के लिए आवेदन किया हो?
यह बयान संभवत भावनात्मक या प्रतीकात्मक रूप में दिया गया है, जिसका तात्पर्य यह हो सकता है कि महिला पाकिस्तान में रह रही हैं या वहां की नागरिकता प्रक्रिया में हैं, लेकिन अभी पूरी नागरिकता नहीं मिली है.
हालांकि सोशल मीडिया पर यह बयान मजाक और ट्रोलिंग का विषय बन गया है, लेकिन इससे यह स्पष्ट होता है कि नागरिकता जैसे गंभीर मुद्दों पर जागरूकता की जरूरत है, क्योंकि यह केवल एक कानूनी पहचान ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय नियमों और कूटनीति से भी जुड़ा विषय है.
ये भी पढ़ें- भारत ने पाकिस्तान के साइबर हमले को किया ध्वस्त, पाकिस्तानी हैकर्स सेना को बना रहे थे निशाना
ये भी पढ़ें- Pahalgam Terrorist Attack: युद्ध हुआ तो पाकिस्तान को चुकानी होगी भारी कीमत, कूटनीतिक और सैन्य बल में भारत कहीं आगे