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यौन शक्ति बढ़ाने के लिए गधे का मांस खा रहे लोग, बाजारों में 600 रुपये किलो मिल रहा मीट

आंध्र प्रदेश में एक गधे की कीमत 15 से 20 हजार रुपये है. लोग 15-20 हजार रुपये में गधा खरीदकर धड़ल्ले से काट रहे हैं. जानकारी के मुताबिक आंध्र प्रदेश में गधे का मीट 600 रुपये प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है.

Updated on: 28 Feb 2021, 10:22 AM

highlights

  • आंध्र प्रदेश में तेजी से घट रही गधों की संख्या
  • यौन शक्ति बढ़ाने के लिए खा रहे हैं गधे का मीट

नई दिल्ली:

यौन शक्ति बढ़ाने के लिए लोग क्या-क्या उपाय नहीं करते हैं. कोई तमाम तरह की आयुर्वेदिक दवाइयां खाता है तो कोई अंग्रेजी दवाइयों का सेवन करता है. कई लोग यौन शक्ति में बढ़ोतरी के लिए तरह-तरह के तेल का भी इस्तेमाल करते हैं. इसी सिलसिले में आज हम आपको एक ऐसा मामला बताने जा रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप दंग रह जाएंगे. जी हां, आंध्र प्रदेश के लोगों का मानना है कि गधे का मांस खाने से यौन शक्ति में इजाफा होता है. इसके अलावा आंध्र के लोग गधे के मीट के कई अन्य फायदों का भी दावा करते हैं. उनका कहना है कि इससे सांस की बीमारी में भी लाभ मिलता है.

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यही वजह है कि आंध्र प्रदेश में गधों की संख्या में लगातार तेजी से गिरावट आ रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक आंध्र प्रदेश में एक गधे की कीमत 15 से 20 हजार रुपये है. लोग 15-20 हजार रुपये में गधा खरीदकर धड़ल्ले से काट रहे हैं. जानकारी के मुताबिक आंध्र प्रदेश में गधे का मीट 600 रुपये प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है. चिंता की बात ये है कि गधे का मीट बेचने वाले लोग इसे काटने के बाद बचे हुए अवशेषों को नहरों में फेंक दे रहे हैं. यही वजह है कि आंध्र प्रदेश में लोगों के बीच स्वास्थ्य को लेकर कई तरह की चिंताएं होने लगी हैं.

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आपको बता दें कि समय के साथ-साथ भारत में गधों की संख्या में लगातार तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है. आपको जानकर हैरानी होगी कि देश में विलुप्त होने वाले जानवरों की लिस्ट में गधे का नाम भी शामिल है. आंध्र प्रदेश में तो गधों की संख्या और भी ज्यादा चिंताजनक है. भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) की मानें तो गधे को 'फूड एनीमल' की श्रेणी में नहीं रखा गया है, लिहाजा इसे मारकर खाना पूरी तरह से अवैध है.