logo-image

मानसिक रोग के साथ-साथ कोरोना से जूझ रहा था युवक, फिर एक दिन किया ऐसा काम..कांप जाएगी रूह

प्रोफेसर माथुर ने बताया कि परिजनों को युवक को घर पर ही आइसोलेशन में रखने की सलाह दी गई थी, लेकिन उन्होंने युवक को घर पर आइसोलेशन में रखने से मना कर दिया था.

Updated on: 24 Aug 2020, 05:26 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक बेहद ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कोविड-19 वॉर्ड में भर्ती एक मरीज ने कथित तौर पर चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. पुलिस के अनुसार फूलपुर थाने के बाबतपुर क्षेत्र के कैथोली गांव का रहने वाले युवक को मानसिक बीमारी की वजह से 16 अगस्त को बीएचयू के आपातकालीन वॉर्ड में भर्ती कराया गया था.

ये भी पढ़ें- खुदाई में मिला 135 करोड़ रुपये का हीरा, दो साल पहले मिला था 297 करोड़ का रत्न

पुलिस के अनुसार अस्पताल में भर्ती कराने के बाद युवक की कोविड-19 जांच भी की गई थी, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. पुलिस ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद युवक को कोविड-19 वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया था. जहां उसने रविवार देर रात चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. बीएचयू अस्पताल के एमएस प्रोफेसर एस.के. माथुर ने बताया कि युवक मानसिक रोग से ग्रसित था.

ये भी पढ़ें- 10 साल की बच्ची की रेपिस्ट के साथ हुई शादी, 6 महीने बाद दे दिया तलाक

प्रोफेसर माथुर ने बताया कि परिजनों को युवक को घर पर ही आइसोलेशन में रखने की सलाह दी गई थी, लेकिन उन्होंने युवक को घर पर आइसोलेशन में रखने से मना कर दिया था. उन्होंने कहा कि मरीज का इलाज अस्पताल में चल रहा था. इलाज के दौरान युवक बार-बार अपना बिस्तर छोड़कर दूसरे मरीजों के पास चला जाता था. घटना के दिन सुबह भी उसने खिड़की से कूदने का प्रयास किया था, उस दौरान उसको समझा-बुझाकर शांत किया गया था.

ये भी पढ़ें- कोरोना की चपेट में न आए कोई गरीब, काढ़ा बनाकर मुफ्त में बांट रहे हैं वंशराज

प्रोफेसर माथुर ने बताया कि युवक की काउंसलिंग भी कराई गई थी. इन सभी प्रयासों के बावजूद वह रविवार रात 11 बजे अस्पताल की चौथी मंजिल की खिड़की से कूद गया. उन्होंने बताया कि बिल्डिंग से कूदने के बाद युवक को तत्काल ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.