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मजदूर ने बीवी-बच्चों को घर ले जाने के लिए चुराई थी बाइक, दो हफ्ते बाद पार्सल से वापस लौटाया

कोयंबटूर में एक चाय की दुकान पर काम करने वाले शख्स को अपने परिवार के साथ घर लौटना था. लेकिन घर लौटने के लिए उसे कोई साधन नहीं मिल रहा था. ऐसे में उसने बीते 18 मई को एक बाइक चोरी की थी.

Updated on: 01 Jun 2020, 04:24 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस ने पूरे देश भयानक मुसीबत में डाल रखा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूर और अन्य लोग बड़ी संख्या में अपने-अपने घर लौट रहे हैं. भारत सरकार ने प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए 1 मई से हजारों श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनें चलवाई थीं. हालांकि, इसके बावजूद लाखों लोग पैदल, साइकिल, ट्रकों और अन्य वाहनों से जैसे-तैसे हजारों किलोमीटर का सफर तय कर अपने-अपने घर पहुंचते रहे. प्रवासियों का पलायन लगातार जारी है, इसी बीच तमिलनाडु के कोयंबटूर से एक बेहद ही हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है.

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कोयंबटूर में एक चाय की दुकान पर काम करने वाले शख्स को अपने परिवार के साथ घर लौटना था. लेकिन घर लौटने के लिए उसे कोई साधन नहीं मिल रहा था. ऐसे में उसने बीते 18 मई को एक बाइक चोरी की और अपने बीवी-बच्चों को लेकर घर के लिए रवाना हो गया. बाइक के मालिक सुरेश कुमार ने जब छानबीन की तो सीसीटीवी कैमरे से मालूम चला कि उनकी बाइक चाय की दुकान पर काम करने वाले एक शख्स ने चुराई थी. सुरेश कुमार पेशे से एक कारोबारी हैं जो इंजीनियरिंग टूल्स का कारखाना चलाते हैं.

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घर लौटने के लिए बाइक चुराने वाले शख्स ने ईमानदारी की मिसाल कायम करते हुए सुरेश कुमार की बाइक को करीब दो हफ्ते बाद पार्सल के जरिए वापस भेज दिया. शख्स ने पार्सल कंपनी की मदद से Pay on Delivery का विकल्प चुनकर उनकी मोटरसाइकिल को वापस भेज दिया. कोयंबटूर पहुंचने के बाद जब पार्सल कंपनी ने सुरेश से संपर्क किया तो वे हैरान रह गए. उन्हें अपनी बाइक को देखकर यकीन नहीं हो रहा था कि वह वापस आ गई है. हालांकि, सुरेश को अपनी बाइक वापस पाने के लिए पार्सल कंपनी को 1 हजार रुपये चुकाने पड़े. हालांकि, उन्हें इससे कोई दिक्कत नहीं थी.