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10वीं में 68 फीसदी अंक पाने वाली भारती को गिफ्ट में मिला मकान, वजह जानने के बाद नहीं रोक पाएंगे आंसू

बेहद ही मुश्किल परिस्थितियों में दिन-रात पढ़ाई करके 68 फीसदी अंक पाने वाली भारती आज 99 और 100 फीसदी अंक पाने वाले छात्रों से भी ज्यादा सुर्खियां बटोर रही है.

Updated on: 11 Jul 2020, 05:33 PM

नई दिल्ली:

देशभर में बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे घोषित किए जा रहे हैं. इस बार देशभर में फैले कोरोना वायरल की वजह से बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे आने में काफी देरी हो गई. बोर्ड के नतीजे आने के बाद सबसे ज्यादा उत्सुकता सर्वाधिक अंक पाने वाले छात्रों को लेकर होती है. हर कोई ऐसे छात्रों के बारे में जानना चाहता है. जब पूरा देश 99 और 100 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्रों की चर्चा करना चाहता है तो ऐसे में 68 फीसदी अंक लाने वाली इंदौर की भारती खांडेकर ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है.

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जी हां, मध्यप्रदेश के इंदौर की रहने वाली भारती फुटपाथ पर पढ़ाई करके 10वीं की मध्यप्रदेश बोर्ड परीक्षाओं में 68 फीसदी अंक हासिल किए हैं. शिक्षा को लेकर भारती के इस जज्बे को देखते हुए इंदौर नगर निगम ने उसे एक ऐसा गिफ्ट दिया है, जिसके बारे में उसने कभी सोचा भी नहीं होगा. बता दें कि इंदौर नगर निगम भारती को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 1 बीएचके का फ्लैट गिफ्ट दिया है. निगम ने भारती को ये फ्लैट भूरी टेकरी इलाके में दिया है. इंदौर नगर निगम के इस बेशकीमती गिफ्ट को पाने के बाद न सिर्फ भारती बल्कि उसके माता-पिता भी काफी खुश हैं.

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रिपोर्ट्स के मुताबिक भारती के पिता दशरथ खांडेकर मजदूरी करते हैं तो उसकी मां घरों में साफ-सफाई का काम करती हैं. परिवार में भारती के दो छोटे भाई भी हैं. भारती का पूरा परिवार फुटपाथ पर झुग्गी डालकर रहता था, जिसे प्रशासन ने तोड़ दिया था. झुग्गी टूटने के बाद भारती और उसका पूरा परिवार अब फुटपाथ पर ही रहने लगा था. परीक्षाओं की तैयारियों के लिए भारती को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी. भारती फुटपाथ पर रहकर स्ट्रीट लाइट की रोशनी में पढ़ाई करती थी.

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खैर, लंबे समय तक दुख काटने के बाद भारती के परिवार को अब पक्का मकान मिल गया है. इतना ही नहीं, इंदौर नगर निगम भविष्य में भारती की पढ़ाई-लिखाई में आने वाले खर्च को भी ध्यान में रखकर मदद करेगा. इसके अलावा भारती को पढ़ाई में मदद के लिए टेबल, कुर्सी, कपड़े और किताबें भी दी गई हैं. भारती ने बताया कि पढ़कर-लिखकर एक आईएएस अधिकारी बनना चाहती है. बेहद ही मुश्किल परिस्थितियों में दिन-रात पढ़ाई करके 68 फीसदी अंक पाने वाली भारती आज 99 और 100 फीसदी अंक पाने वाले छात्रों से भी ज्यादा सुर्खियां बटोर रही है.