logo-image

धरती पर तबाही मचा सकती है चांद पर की गई चीन-रूस की ये गलती, जानिए क्या है पूरा माजरा

चीन और रूस दुनिया के लिए खतरा बन सकते हैं. ये बात यूके स्पेस कमांड के हेड एयर वाईस मार्शल पॉल गोडफ्रे कह रहे हैं क्योंकि दोनों देश उन्नत किस्म के न्यूक्लियर हथियार बनाने के लिए चांद पर खुदाई कर रहे हैं.

Updated on: 03 Jul 2023, 03:30 PM

New Delhi:

इंसान जितनी तेजी से तरक्की कर रहा है उतनी तेजी से दुनिया खतरे की ओर बढ़ रही है. फिर चाहे परमाणु हथियार हों या फिर चांद और मंगल पर बसने की पहल. परमाणु हथियार इंसानी सभ्यता को पलभर में खत्म कर सकते हैं ये बात जानने के बावजूद भी दुनियाभर के देश इस ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. चीन और रूस इस कड़ी में सबसे आगे बने हुए हैं और अब उन्नत किस्म के परमाणु हथियार बनाने के काम में जुटे हुए हैं. इसी के चलते चीन और रूस चांद तक पहुंच गए हैं जिससे एडवांड तरह के परमाणु हथियार बनाए जा सके.

दरअसल, यूके स्पेस कमांड के हेड एयर वाईस मार्शल पॉल गोडफ्रे का कहना है कि चीन और रुस चांद पर खुदाई करने के लिए मोटी रकम खर्च कर रहे हैं. उनका दावा है कि इस स्पेस एक्सप्लोरेशन से दोनों देश पृथ्वी के लिए तबाही का सामान जुटा रहे हैं. क्योंकि दोनों देश कॉस्मिक न्यूक्लियर हथियारों के लिए जरूरी सामान जुटाने के लिए चांद पर खुदाई कर रहे हैं. पॉल गोडफ्रे का कहना है कि रूस और चीन धरती पर तबाही के लिए न्यूक्लियर हथियार बनाने का सामान मून से जुटा रहे हैं. इसके लिए वहां लगातार खुदाई की जा रही है. पॉल के मुताबिक, आने वाले समय में एस्टेरोइड की खुदाई आम बात हो जाएगी.

ये भी पढ़ें: इस तानाशाह ने पार कर दी थी सनक की हद, जो अपने दुश्मनों को मारकर पी जाता था उनका खून

चांद पर मौजूद है न्यूक्लियर खजाना

यही नहीं गोडफ्रे ने अपने खुलासे में कई सीक्रेट्स भी उजागर किये. उन्होंने बताया कि सबसे पहले चीन को इस बात की जानकारी मिली थी. साल 2020 में बीजिंग ने चांद पर नए फॉस्फेट मिनरल Changesite-(Y) की खोज की थी. दरअसल, इस मिनरल का प्रयोग न्यूक्लियर फ्यूजन में किया जाता है. यही नहीं रूस भी इन खतरनाक मिनरल्स को चांद से धरती पर लाने के लिए कई प्रोजेक्स्ट पर काम कर रहा है. इन सभी प्रोग्राम से धरती पर काफी प्रभाव पड़ने वाला है.

अंतरिक्ष में सैटेलाइट हैक कर रहे हैं दोनों देश

यही नहीं गोडफ्रे का कहना है कि चीन और रुस अंतरिक्ष के कई सैटेलाइट्स पर अपना अधिकार जमाने की कोशिश में हैं. उनका कहना है कि जिस तरह से हैकर्स जमीन पर हैं वैसे ही चीन और रूस अंतरिक्ष के सैटेलाइट्स हैक कर रहे हैं. गौरतलब है कि रूस और चीन के पास कई न्यूक्लियर हथियार मौजूद है बावजूद इसके वह इन हथियारों को विकसित करने में लगा है. चीन भी इस मामले में पीछे नहीं है. वह भी कई सीक्रेट वेपन्स को बना चुका है. ऐसा माना जा रहा है कि अगर इन  देशों को और हथियार बनाने का सामान मिल गया तो ये दोनों देश दुनिया में  तबाही मचा सकते हैं.

ये भी पढ़ें: इस मंदिर में देखने को मिलता है अद्भुत चमत्कार, जहां बलि देने के बाद भी नहीं मरता जीव