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राजीव गांधी का वो हत्यारा, जिसने जेल में ही की पढ़ा और बना इंजीनियर

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों में से एक एजी पेरारिवलन 30 सालों से जेल में कैद है. हाल ही में एजी पेरारिवलन को 30 दिन पेरोल मिली.

Updated on: 21 May 2021, 03:34 PM

नई दिल्ली:

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों में से एक एजी पेरारिवलन 30 सालों से जेल में कैद है. हाल ही में एजी पेरारिवलन को 30 दिन पेरोल मिली. तमिलनाडु सरकार की ओर से राजीव गांधी हत्याकांड मामले में उम्र कैद की सजा भुगत रहे एजी पेरारिवलन की पेरोल को मंजूरी दी गई. एजी पेरारिवलन को 11 जून 1991 को गिरफ्तार किया गया था, तब उसकी उम्र 19 साल की थी. उसको हत्या की साजिश रचने के जुर्म में दोषी पाया गया था और उम्रकैद की सजा दी गई थी. मगर एजी पेरारिवलन को लेकर एक सच और भी, जो वाकई सोचने पर मजबूर कर देता है.

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वैसे तो हमारे देश के तमाम नायकों ने जेलों में रहते बहुत सी किताबें और कहानियां तक लिखीं, यहां तक इनमें से बहुत से बातें इतिहास में भी कुछ दर्ज हुईं. हालांकि एजी पेरारिवलन ने इतिहास में दर्ज कराने जैसी कोई किताब या कहानी नहीं लिखी, मगर वह किताबों के पढ़ाई करके जेल में रहकर इंजीनियर बन गया. बताया जाता है कि एजी पेरारिवलन एक प्रतिभाशाली इंजीनियरिंग छात्र था. इस हत्याकांड में गिरफ्तारी के बाद उसने जेल में पढ़ाई की. जेल में ही उसने 12वीं का एग्जाम दिया, जिसमें उसे 91.33 अंक मिले थे. 

वह एक परीक्षा में गोल्ड मेडलिस्ट भी रह चुका है. उसको तमिलनाडु ओपन यूनिवर्सिटी के एक डिप्लोमा कोर्स में गोल्ड मेडल मिला था. एजी पेरारिवलन ने जेल के अंदर रहते ही पढ़ाई को जारी रखते हुए पहले बीसीए और फिर एमसीए भी किया. वह जेल के अंदर रहकर अपने जेल के साथियों के साथ एक म्युजिक बैंड भी चलाता है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में उसके बारे में जो बातें सामने आईं, उनमें पता चला कि एजी पेरारिवलन एक खुशमिजाज शख्स है. उसकी उम्र लगभग 50 साल होनी वाली है. 

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पेरारिवलन को लोग अरिवु भी कहते हैं. वह तमिलनाडु के एक छोटे कस्बे जोलारपेट का रहना वाला है. पेरारिवलन के पिता एक स्कूल में टीचर थे, जो अभी अपने बेटे के निर्दोष होने की अदालती लड़ाई लड़ रहे हैं. पेरारिवलन पर आरोप थे, वो ये थे कि उसने एक 9 वोल्ट की बैटरी खरीदी थी, जिसका इस्तेमाल राजीव गांधी की पेराम्बदूर की रैली में धमाका करने के लिए किया गया था. इस मामले में जांच एजेंसी ने दावा था कि वो राजीव गांधी की हत्या करने वाले मास्टरमाइंड लोगों के संपर्क में था और उसके पास उनके एक-दो मैसेज भी आए थे. पेरारिवलन की गिरफ्तारी से इसके परिवार को बड़ा झटका लगा था.