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ब्लैक फंगस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने जताई चिंता, रोग की दवाई को लेकर कही ये बात

कोरोना महामारी के बीच देश में पैर पसार रहे ब्लैक फंगस को लेकर केंद्र सरकार चिंतित नजर आ रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा है कि ब्लैक फंगस के जो मामले सामने आ रहे हैं, इससे चिंता बढ़ी है.

Updated on: 21 May 2021, 02:36 PM

highlights

  • कोरोना के बीच ब्लैक फंगस फैला रहा पैर
  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने जताई चिंता
  • कोरोना और वैक्सीनेशन पर भी दिया बयान

नई दिल्ली:

कोरोना महामारी के बीच देश में पैर पसार रहे ब्लैक फंगस को लेकर केंद्र सरकार चिंतित नजर आ रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा है कि ब्लैक फंगस के जो मामले सामने आ रहे हैं, इससे चिंता बढ़ी है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ब्लैक फंगस के केस देश में जगह-जगह आ रहे हैं, सरकार और विशेषज्ञों के माध्यम से सभी संबंधित जानकारियां दी जा रही हैं. इसकी दवाई के उत्पादन को बढ़ाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कोरोना की मौजूदा स्थिति और वैक्सीनेशन को लेकर भी अपनी बात कही.

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति और वैक्सीनेशन पर 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हमने देखा है कि देश में जिन लोगों को वैक्सीन लग रही है, उसमें कमी आई है. हमें इसे बढ़ाना होगा उन्होंने कहा, 'मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि हमें टीकाकरण को बढ़ाने की जरूरत है. हमारे पास जो भी टीके उपलब्ध हैं, हमें उन्हें जल्द से जल्द देना होगा. आने वाले महीनों में देश में उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी.'

डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि गोवा में 22,000 एक्टिव केस हैं. रोजाना करीब 1200 नए मामले सामने आ रहे हैं. गोवा में मृत्यु दर 1.59% है. गोवा मेडिकल कॉलेज में म्यूकोर्मिकोसिस के 4 मरीज भर्ती हैं. वहीं हिमाचल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 35,000 एक्टिव केस हैं, सैंपल पॉजिटिविटी 9.57 फीसदी है. पिछले एक हफ्ते में कांगड़ा, मंडी, सोलन, शिमला और हमीरपुर में मामलों में उछाल आया है. हमने शालीनता, विवाह, धार्मिक सभा और स्थानीय चुनाव जैसे कारणों को रेखांकित किया है.

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छत्तीसगढ़ की बात करते हुए उन्होंने कहा कि मार्च 2021 से छत्तीसगढ़ में उच्च सकारात्मकता दर के साथ तीव्र संचरण हुआ है. 1 मई के बाद से राज्य में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं. जीनोम अनुक्रमण में, 20% नमूनों में हमने बी.1.617 उत्परिवर्ती की उपस्थिति पाई.