भारत के हर किचन में सब्जी बनाने के लिए तड़के का इस्तेमाल होता है. जिसके लिए जीरे का इस्तेमाल होता है. वहीं इससे सब्जी की खूशबू और स्वाद बढ़ जाता है. लेकिन कई बार जीरे का तड़का लगाने से सब्जी खराब हो सकती है. वहीं जीरा डाइजेशन में भी मदद करता है. लोग लगभग सभी सब्जियों में जीरे का तड़का लगा देते हैं. लेकिन कई सब्जियों में जीरे का तड़का सब्जी की स्वाद को बिगाड़ सकता है. आइए आपको बताते है कि किन सब्जियों में जीरे के तड़का नहीं लगाना चाहिए.
पत्तेदार सब्जियां
पत्तेदार सब्जियों में जीरे का तड़का स्वाद बिगाड़ सकता है. इसलिए पालक, सरसों का साग, बथुआ जैसी पत्तेदार सब्जियों में जीरे का तड़का लगाने से बचने की सलाह दी जाती है. ऐसा इसलिए क्योंकि पत्तेदार सब्जियों का स्वाद बहुत ही कोमल होता है. वहीं इस सब्जियों को बनाते समय अगर जीरे का तड़का लगाया जाए, तो जीरे की तीखी खुशबू, सब्जी के स्वाद को दबा देता है.
बैंगन
आमतौर पर गर्मियों और बरसात में उगाया जाने वाला बैंगन स्वाद और सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. बैंगन को कई तरह से खाया जा सकता है, जैसे भरवां, बैंगन, बैंगन का भर्ता या दही बैंगन. बैंगन का स्वाद काफी नाजुक होता है, जो मसालों को बड़ी तेज से सोख लेता है. वहीं जीरे का तड़का बैंगन के कोमल स्वाद को दवा देता है. इसलिए इसकी सब्जी में जीरे का तड़का लगाने की सलाह नहीं दी जाती है.
लौकी
लौकी भी एक हल्की और ठंडक देने वाली सब्जी मानी जाती है, जिसे खासतौर पर गर्मियों में खाया जाता है. इसमें भी ज्यादा मसालें नहीं जंचते हैं. खासकर जीरे का तेज स्वाद लौकी के कोमल स्वाद को दबा देता है, जिससे सब्जी के स्वाद का बैलेंस बिगड़ जाता है.
कद्दू
कद्दू एक मीठी सब्जी है, जिसे हल्की मसाले के बनाने की सलाह दी जाती है. वहीं जीरे का तीखा और गर्म स्वाद कद्दी के हल्की मीठे स्वाद को भी जीरा दबा देता है. इसलिए कद्दू की सब्जी में भी जीरा का तड़का नहीं लगाने की सलाह दी जाती है.
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