बच्चों के दिमाग की होगी प्रगति, जब बनवाएंगे उनके कमरे में इस दिशा में खिड़की
कोरोना के चलते वैसे ही बच्चों का दिमाग पढ़ाई में कम लगने लगा है. इस टाइम पर स्कूल, ट्यूशन्स सभी बंद है. ऐसे मौके पर उनके स्टडी रूम में इस दिशा में खिड़की बनवाने से उनका दिमाग पढ़ाई में लगने लगेगा.
नई दिल्ली:
कोरोना के चलते वैसे ही बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है. ऊपर से स्कूल बंद, ट्यूशन बंद, बाहर खेलना बंद इनके चलते वो बिल्कुल भी पढ़ाई करना पसंद नहीं करते है. जिसके चलते उनका दिमाग और धीरे काम करने लगता है. या ये कहें कि करता ही नहीं है. ऐसे में बहुत जरूरी है कि उनका ख्याल इस तरह से रखा जाए कि उनके आस-पास पॉजिटिव एनर्जी स्प्रेड होती रहे. वो ऐसे होगी जब आप उनका स्टडी रूम सही डायरेक्शन में बनवाएंगे क्योंकि डायरेक्शन्स का बिहेवियर पर बहुत असर होता है.
यह भी पढ़े : टेस्ट और हेल्थ दोनों का रखे ख्याल, इस पालक-पुदीने सेव की रेसिपी है कमाल
घर में नैचुरल लाइट होना बहुत जरूरी है. इसका मतलब सूर्य की रोशनी है ना कि बल्ब और ट्यूबलाइट वगैराह. सूरज की रोशनी घर में पॉजिटिविटी फैलाती है और पॉडिटिविटी को अट्रैक्ट करती है. इसलिए, बच्चों की पढ़ाई के कमरे में नैचुरल लाइट होना बहुत जरूरी है. ताकि बच्चों का मानसिक विकास अच्छे से हो सके और वो पॉडिटिव एनर्जी से भर जाएं.
यह भी पढ़े : Uttarakhand की ये जगहें छुट्टियों में घूमने के लिए है बेस्ट, मजे के साथ मिलेगा फुल रेस्ट
अब, इसके लिए कमरे में खिड़कियों का होना बहुत जरूरी है. जिससे कि सूरज की रोशनी अंदर आ सके. खिड़कियों से ही सनलाइट अंदर आएगी और पॉजिटिव एनर्जी फैलेगी. अब, अगर आप सोच रहे हैं कि स्टडी रूम को किस डायरेक्शन में बनवाएं. तो, बता दें खिड़कियों को ईस्ट या नॉर्थ डायरेक्शन में ही बनवाएं. वेस्ट डायरेक्शन में भी खिड़कियों को बनवाया जा सकता है. लेकिन, साउथ डायरेक्शन में खिड़कियों को बिल्कुल भी नहीं बनवाना चाहिए.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य