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इन डेरी उत्पादों का सेवन कर सकता है दिल की बिमारियों का खतरा कम

दूध पीने से हमारी सेहत हमेशा दुरुस्त रहती है और बीमारियों का खतरा भी कम रहता है. रोजाना एक गिलास दूध के सेवन से हमारा आहार पूरा होता है क्यूंकि दूध में फास्फोरस और सेलेनियम जैसे तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं.

Updated on: 05 Oct 2021, 02:43 PM

नई दिल्ली :

दूध पीने से हमारी सेहत हमेशा दुरुस्त रहती है और बीमारियों का खतरा भी कम रहता है. रोजाना एक गिलास दूध के सेवन से हमारा आहार पूरा होता है क्यूंकि दूध में प्रोटीन, वसा, कैलोरी, कैल्शियम, विटामिन डी, बी-2, बी-12, पोटेशियम, फास्फोरस और सेलेनियम जैसे तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं. हाल ही में दूध और दही को लेकर एक शोध हुआ है जिसमें कई तरह की बातें सामने आई हैं. इस रिसर्च में डेरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने वाले लोगों के खून में अलग-अलग फैटी एसिड या वसा 'बिल्डिंग ब्लॉक्स' को नापा गया. रिसर्च में पाया गया कि डेरी प्रोडक्ट में मिलने वाला फैट जिन लोगों में अधिक था उनमें कार्डियो वेस्कुलर डिजीज का खतरा कम था. वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि विशुद्ध रूप से दूध से बने उत्पाद जैसे पनीर, मक्खन  ह्रदय रोग या दिल का दौरा पड़ने के कारण अकस्मात होने वाली मृत्यु के जोखिम को नहीं बढ़ने देते हैं. शोधकर्ताओं  ने कहा, पिछले पांच सालों में इस बात पर बहुत जोर दिया गया है  कि सैचुरेटेड फैट हृदय रोग के खतरे को बढ़ाता है. इसके बाद से लोग इस बात को ही सच मान बैठे हैं.

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आखिर क्या कहती है शोधकर्ताओं की रिपोर्ट 

 यूरोपियन जर्नल ऑफ एपीडेमोलॉजी में प्रकाशित शोध के अनुसार, 29 शोध के आंकड़ों का विश्लेषण यह दिखाता है कि उच्च और निम्न फैटी दूध, दही जैसे उत्पाद के कारण मृत्यु दर, कोरोनरी हृदय रोग या हृदय संबंधी रोग के बीच कोई संबंध नहीं है. एक नए अध्ययन में दुध युक्त उत्पादों में फैट और दिल की बीमारियों से होने वाली मौत के बीच कोई खास संबंध नहीं देखा गया. दिल को सेहतमंद बनाती है दही. दही आपको हार्ट अटैक की समस्या से दूर रहने में मदद करती है. दही हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को भी कम करती है. साथ ही कोलेस्ट्रॉल घटाने में भी मदद करती है. नए शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि एक गिलास दूध के रोजाना सेवन से दिल की गंभीर बीमारियों के खतरे को टाला जा सकता है.  आयुर्वेद में दूध को संपूर्ण आहार कहा गया है. 

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हृदय रोगों का जोखिम कम करते हैं डेयरी उत्पाद 

जॉर्ज इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ, जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ और Uppsala University के शोधकर्ताओं की ओर से की गई एक रिसर्च में ये परिणाम सामने आए हैं.  इस रिसर्च में शामिल डॉ मैटी मार्कलंड के मुताबिक दुनिया भर में डेरी प्रोडक्ट की खपत तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में इनके स्वास्थ्य पर होने वाले प्रभावाओं के बारे में लोगों को सही जानकारी होनी चाहिए. आपको बता दें कि  इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटी में पब्लिश स्टडी के मुताबिक, जो लोग नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में दूध पीते थे, उनमें अच्छे और बुरे दोनों तरह के कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम था. उन्होंने कहा, “हमने पाया कि ज्यादा मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करने वाले लोगों में कार्डियोवैस्क्युलर (हृदय रोग) का सबसे कम जोखिम था. ये संबंध बेहद दिलचस्प हैं, लेकिन डेयरी फैट और डेयरी खाद्य पदार्थों के पूर्ण स्वास्थ्य प्रभाव को बेहतर ढंग से समझने के लिए हमें और अध्ययन की आवश्यकता है.”