Holi 2025: ज्यादातर लोगों ने होली के दिन भांग जरूर पी ही होगी. वहीं इस दिन हर कोई खुशी से झूमना, नाचना और गाना चाहता है. ऐसे में कुछ लोग तो बिना भांग के ही झूम लेते है, लेकिन कुछ लोग भांग का स्वाद लेते है. होली एक ऐसा त्योहार है. जिस दिन हर कोई एक अलग ही मस्ती में होता है. हर तरफ सिर्फ और सिर्फ खुशियां ही होती है. वहीं कई लोग ठंडाई में भांग मिलाकर देते हैं, तो कई लोग सिर्फ भांग का सेवन करते हैं, लेकिन क्या आप इसके पीछे की परंपरा जानते है. आइए बताते है आपको इसके पीछे की परंपरा.
शिव और विष्णु की दोस्ती
मान्यताओं के अनुसार, होली के दिन भगवान शिव और विष्णु की दोस्ती के प्रतीक के तौर पर भांग का प्रसाद लिया जाता है. इसके साथ ही होली में भांग पीने की वजह शिवजी के एक अवतार से भी जोड़ा गया हैं. कहा जाता है कि होली के रंग में जब भांग शामिल होती है तभी होली का मजा और बढ़ जाता है.
होली की मस्ती
होली के दिन बहुत-सी जगहों में बहुत सारे कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जहां लोग बहुत डांस और मस्ती करते हैं. साथ ही सबसे बड़ी चीज की इस जगह पर मिलने वाली भांग होती हैं. भांग के बिना होली की मस्ती बहुत अधूरी से लगती है. साथ ही इस दिन बहुत से घरों में भी भांग की लस्सी, मिठाई और भी बहुत सारे पकवान बनाए जाते हैं.
होती है ये दिक्कत
जिसका सेवन कर लोग बहुत धूमधाम और मजे से होली को सेलिब्रेट करते है. सिर दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए भी भांग काफी उपयोगी साबित होता है. इसका ड्रिंक सुबह शाम लेने से सिर दर्द से राहत मिलती है और नींद की समस्या भी तेजी से दूर होती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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