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जम्मू-कश्मीर: पुलिस का दावा, हत्या में मीरवाइज के लोग थे शामिल, 2 गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एस.पी. वैद ने कहा कि गुरुवार रात पुलिस उपाधीक्षक अयूब पंडित की हत्या में अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक के लोग शामिल थे

Updated on: 23 Jun 2017, 07:15 PM

highlights

  • पुलिस का दावा, डीएसपी अयूब पंडित की हत्या में शामिल थे अलगाववादी नेता मीरवाइज के लोग
  • जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हत्या मामले में 2 लोगों को किया गिरफ्तार, एक अब भी फरार
  • महबूबा मुफ्ती ने कहा,  मुझे डर है कि तब क्या होगा, जब पुलिस अपना संयम खो देगी

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की पीट-पीटकर हत्या मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं एक की तलाश जारी है।

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एस.पी. वैद्य ने कहा कि गुरुवार रात पुलिस उपाधीक्षक अयूब पंडित की हत्या में अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक के लोग शामिल थे।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हमने तीन लोगों की पहचान की है और उनमें से दो को गिरफ्तार किया है। तीसरे को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।'

नौहट्टा इलाके की जामिया मस्जिद के बाहर सुरक्षा में तैनात पंडित की लोगों के एक समूह ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। उनका शव शुक्रवार सुबह बरामद किया गया।

यह पूछ जाने पर कि जब घटना हुई तो मीरवाइज मस्जिद में थे? इस पर वैद्य ने कहा कि जांच चल रही है, लेकिन निश्चित रूप से हत्या में उनके (मीरवाइज) लोग शामिल थे।

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उन्होंने कहा, 'जिनकी सुरक्षा में वह तैनात थे, उन्हीं लोगों ने उनकी हत्या कर दी। जो लोग इसमें शामिल थे, उन्हें कानून का सामना करना होगा।'

वैद्य ने बताया कि पंडित मस्जिद में प्रवेश करने वालों की जांच कर रहे थे, ताकि कोई अंदर हथियार न ले जा पाए।

यह पूछने पर कि क्या पंडित के सहकर्मियो ने उन्हें अकेला छोड़ दिया था? इस पर वैद ने कहा, 'मामले की जांच चल रही है और अगर यह सच है, तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।'

मीरवाइज बोले मैं दुखी हूं

नौहट्टा इलाके में जामिया मस्जिद के बाहर पुलिस उपनिरीक्षक मोहम्मद अयूब पंडित की गुरुवार को हुई हत्या पर ट्वीट करते हुए मीरवाइज ने कहा, 'बेहद दुखी हूं और नौहट्टा के निर्मम कृत्य की निंदा करता हूं।'

हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता ने कहा, 'भीड़ द्वारा हिंसा और सार्वजनिक तौर पर हत्या हमारे धार्मि मूल्यों के मापदंडों से बाहर है। हम राज्य में क्रूरता को अपनी मानवता और मूल्यों को छीनने की अनुमति नहीं दे सकते।'

अधिकारी के कपड़े तक फाड़ दिये

जिस वक्त, श्रीनगर की सबसे बड़ी मस्जिद में सैकड़ों लोग नमाज अदा करने में व्यस्त थे, ठीक उसी समय अराजक तत्वों के समूह ने पंडित पर हमला कर दिया। वह सादे लिबास में थे।

अधिकारी ने खुद को भीड़ से बचाने की भरसक कोशिश की। स्वयं को बचाने के प्रयास में गोली भी चलाई, जिसमें तीन हमलावर घायल भी हुए, पर भीड़ ने उन्हें जकड़ लिया और पीट-पीटकर मार डाला।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारी की हत्या से पहले हमलावरों ने उनके कपड़े फाड़ दिए गए थे। अधिकारी खानयार क्षेत्र से ताल्लुक रखते थे, जो जामिया मस्जिद से सटा है।

'मुझे डर है कि तब क्या होगा, जब पुलिस अपना संयम खो देगी'

जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की पीट-पीटकर की गई हत्या की शुक्रवार को निंदा करते हुए इसे 'विश्वास की हत्या' करार दिया।

महबूबा ने श्रीनगर के डिस्ट्रिक्ट पुलिस लाइन्स में पंडित के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा, 'अधिकारी की हत्या वास्तव में विश्वास की हत्या है।'

उन्होंने कहा, 'वह लोगों की सुरक्षा के लिए अपने कर्तव्य का निर्वाह कर रहे थे। उन्हें भरोसा था कि वे लोग उनके प्रति सद्भावना रखते हैं। यह उस भरोसे की हत्या है।'

महबूबा ने कहा, 'जम्मू एवं कश्मीर की पुलिस देश की सर्वाधिक बेहतरीन पुलिस बलों में से है, जो कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के दौरान अधिकतम संयम बरतती है। मुझे डर है कि तब क्या होगा, जब पुलिस अपना संयम खो देगी।'

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