'बहुत कम लोगों को मिलता है देश की सेवा करने का सम्मान', बेटे की शहादत पर बोले विंग कमांडर नमांश स्याल के पिता

भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर नमांश स्याल रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. दुबई एयर शो के दौरान क्रैश हुए तेजस में शहीद हुए स्याल को उनका उनके पैतृत गांव में अंतिम संस्कार किया गया. बेटे की शहादत पर उनके पिता ने कहा देश ने एक होनहार पायलट खो दिया.

भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर नमांश स्याल रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. दुबई एयर शो के दौरान क्रैश हुए तेजस में शहीद हुए स्याल को उनका उनके पैतृत गांव में अंतिम संस्कार किया गया. बेटे की शहादत पर उनके पिता ने कहा देश ने एक होनहार पायलट खो दिया.

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Suhel Khan
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Namansh Syan on his martyrdom

विंग कमांडर नमांश स्याल की शहादत पर पिता को गर्व Photograph: (ANI)

भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर नमांश स्याल का रविवार को उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया. विंग कमांडर के अंतिम दर्शन करने के  लिए हिमाचल प्रदेश कांगड़ा स्थित पटियालकर गांव में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. बता दें कि दुबई एयर शो में भारतीय वायु सेना का एक तेजस लड़ाकू विमान क्रैश हो गया. इस लड़ाकू विमान को विंग कमांडर नमांश स्याल ही उड़ा रहे थे. इस हादसे में वे शहीद हो गए. रविवार को उनका शव उनके पैतृत गांव लाया गया. जहां शाम को उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया.

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बेटे की शहादत पर क्या बोले नमांश स्याल के पिता?

विंग कमांडर नमांश स्याल के पिता जगन नाथ स्याल ने बेटे की शहादत पर गर्व से कहा कि मैंने तो सिर्फ अपना बेटा खोया है, देश ने तो एक होनहार पायलट खो दिया. विंग कमांडर के पिता ने कहा कि, मैं कुछ नहीं कहना चाहता, मैंने बेटा खोया, देश ने एक होनहार पायलट खो दिया, ये क्षति मेरे साथ देश की भी है. इसके लिए जरूरी है कि मैं अपने आपको संभालू,परिवार को संभालूं." उन्होंने देश को संदेश देते हुए कहा कि देश की सेवा करने का सम्मान बहुत कम बच्चों को मिलता है. उन्होंने युवाओं से देश सेवा के लिए सेना में आने की अपील की.

भारतीय सेना से रिटायर हैं विंग कमांडर के पिता जगन नाथ स्याल

बता दें कि विंग कमांडर नमांश स्याल के पिता जगन नाथ स्याल भारतीय सेना से रिटायर हैं. भारतीय सेना में अपनी सेवाएं देने के बाद वे प्रधानाध्यापक के पद से सेवानिवृत हुए हैं. नमांश स्याल के बारे में बात करते हुए, उनके पिता ने कहा कि वह असाधारण थे और उन्होंने जो भी काम किया, उसमें उत्कृष्टता हासिल की.​ उन्होंने हमेशा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और हमें कभी निराश नहीं किया."

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आखिरी बार पिता से क्या हुई थी नमांश स्याल की बात?

नमांश स्याल के पिता ने बताया कि जब उन्होंने आखिरी बार स्याल से बात की थी, तो उन्होंने उससे तस्वीरें साझा करने के लिए कहा था, जिस पर स्याल ने उन्हें यूट्यूब पर देखने के लिए कहा था. बता दें कि विंग कमांडर नमांश स्याल के पार्थिव शरीर को पहले तमिलनाडु के सुलूर एयरबेस लाया गया. उसके बाद पूरे सैन्य सम्मान के बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव पटियालकर लाया गया. जहां उनके अंतिम दर्शन करने के लिए पहले से ही हजारों लोग मौजूद थे.

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Namansh syal
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