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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल Photograph: (Social Media)
Russia Ukraine War: यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूसी सेना में सेवारत भारतीयों की स्थिति को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने बड़ा बयान दिया है. MEA प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज यानी शुक्रवार को बताया कि यूक्रेन युद्ध में रूस के लिए लड़ने वाले 12 भारतीयों की मौत हो गई है जबकि 16 अभी भी लापता हैं. उन्होंने बताया कि आज तक रूसी सेना में सेवारत भारतीयों के 126 मामले सामने आए हैं. इन 126 लोगों में से 96 लोग भारत लौट आए हैं. उनको रूसी सशस्त्र बलों ने डिस्चार्ज कर दिया है.
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'जो लोग बचे, उनको रिहा किया जाए'
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मृतक भारतीयों के लिए शोक व्यक्त किया. साथ ही उन्होंने लापता भारतीयों की वापसी के लिए किए जाने वाले प्रयासों के बारे में भी बताया. रूस ने 16 भारतीयों के रूप में चिन्हित किया है. MEA प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हम जो लोग वहां बचे हैं, उनकी जल्द रिहाई और स्वदेश वापसी की मांग कर रहे हैं. बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण युद्ध को तकरीबन तीन साल होने को हैं, फिर ये जंग अभी भी जारी है.
#WATCH | Delhi: MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, "The death of Binil Babu is extremely unfortunate. We have conveyed our condolences to the family. Our embassy is in touch with the Russian authorities so that his mortal remains could come back to India as soon as possible.… pic.twitter.com/xgAEHI0UyY
— ANI (@ANI) January 17, 2025
‘बिनील बाबू की मौत दुर्भाग्यपूर्ण’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘बिनील बाबू की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. हमने उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है. हमारा दूतावास रूसी अधिकारियों के संपर्क में है, ताकि उनका पार्थिव शरीर जल्द से जल्द भारत वापस आ सके. एक अन्य व्यक्ति जो घायल हुआ था, उसका मॉस्को में इलाज चल रहा है. उम्मीद है कि वह भी अपना इलाज पूरा होने के बाद जल्द ही भारत लौट आएगा.’
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कौन थे बिनील बाबू?
बिनील बाबू केरल के त्रिशूर जिले के रहने वाले थे. उनको रूसी भाड़े के सैनिकों की सेना में भर्ती होने के लिए मजबूर किया गया था. युद्ध के दौरान गोली लगने से उनकी मौत हो गए थी. बिनील बाबू 32 वर्षीय थे. वहीं, अन्य भारतीय जैन कुरियन को भी रूस की ओर से जबरन लड़ने के लिए मजबूर किया गया था. जैन कुरियन जंग के मैदान में गंभीर रूप से घायल हो गए. अभी मॉक्सो में उनका इलाज चल रहा है.
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