Rules change from 1 June: मई महीने का अंत होते ही जून की शुरुआत के साथ कई बड़े बदलाव लागू हुए हैं, जिनका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा. चलिए आपको बताते हैं वह बदलाव जो आज से हो गए हैं. सबसे पहले एलपीजी सिलेंडर के दामों में राहत की खबर है. 1 जून 2025 यानी आज से 19 किलो का कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर ₹24 सस्ता हुआ है, जिससे दिल्ली में इसका दाम घटकर ₹1723.50 रह गया है. हालांकि घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतें जस की तस बनी हुई हैं. दूसरी राहत हवाई यात्रियों के लिए है. क्योंकि एयर टरबाइन फ्यूल यानी एटीएफ के दामों में कमी दर्ज की गई है, जिससे दिल्ली में एटीएफ की कीमत घटकर ₹8372.55 प्रति किलोलीटर हो गई है और इससे हवाई किराए में भी कमी आ सकती है.
यह खबर भी पढ़ें- Mahila Samriddhi Yojana : दिल्ली की महिलाओं के खाते में कब आएंगे 2500 रुपए, ये रहा अपडेट
ईपीएफओ 3.0 वर्जन की शुरुआत हुई
तीसरा बड़ा बदलाव क्रेडिट कार्ड के नियमों में हुआ है, जहां रिवॉर्ड पॉइंट की सीमा तय हो सकती है. ऑटो डेबिट फेल होने पर पेनल्टी घटाई जा सकती है और फ्यूल या यूटिलिटी पेमेंट पर एक्स्ट्रा चार्ज लग सकता है. चौथे बदलाव के तहत म्यूच्यूल फंड से जुड़े नियमों में बदलाव हुआ है. ओवरनाइट म्यूच्यूल फंड स्कीम्स में ऑफलाइन ऑर्डर के लिए कट ऑफ समय 3:00 बजे और ऑनलाइन के लिए 7:00 बजे तय कर दिया गया है. पांचवा बदलाव ईपीएफओ से जुड़ा है, जहां ईपीएफओ 3.0 वर्जन की शुरुआत हुई है. जिससे पीएफ निकालना केवाईसी अपडेट और क्लेम प्रोसेस पहले से आसान और तेज हो जाएगा. इसके अलावा जून महीने में आधार कार्ड फ्री अपडेट की डेडलाइन 14 जून को खत्म हो जाएगी और इसके बाद ₹50 शुल्क लगेगा. साथ ही बैंकों द्वारा एफडी और लोन की ब्याज दरों में बदलाव हो सकता है.
यह खबर भी पढ़ें- Rules change from 1 June: आधार कार्ड से लेकर LPG Cylinder रेट तक, 1 जून से बदलेंगे ये नियम!
आरबीआई ने रेपो रेट घटा दिया
क्योंकि आरबीआई ने रेपो रेट घटा दिया है. यूपीआई पेमेंट्स को लेकर भी एनपीसीआई ने नया नियम लागू किया है, जिसके तहत अब सिर्फ असली रिसीवर का बैंकिंग नाम ही दिखेगा. एडिटेड नाम या क्यूआर कोड अब नहीं दिखेंगे और यह नियम 30 जून तक सभी यूपीआई एप्स पर लागू हो जाएंगे. इसके अलावा एटीएम से फ्री ट्रांजैक्शन की लिमिट के बाद लगने वाला चार्ज बढ़ सकता है और कुछ बैंकों ने संकेत दिए हैं कि क्रेडिट कार्ड से यूटिलिटी बिल पेमेंट पर एक्स्ट्रा चार्ज या कैशबैक शर्तों में बदलाव हो सकता है. कुल मिलाकर जून की शुरुआत के साथ ही इन बदलावों का असर आपकी रोजमर्रा की जिंदगी और खर्चों पर साफ-साफ नजर आ सकता है.