PM Modi on Maha Kumbh Stampede: महाकुंभ में बुधवार तड़के संगम नोज पर भारी भीड़ होने की वजह से भगदड़ मच गई. जिसमें कई लोग घायल हो गए. बता दें कि मौनी अमावस्या के चलते महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं. इस बीच रात करीब एक से दो बजे के बीच संगम नोज पर भीड़ का दबाव बढ़ गया. इसके चलते वहां भगदड़ मच गई. कई लोग भगदड़ के दौरान घायल हो गए. जबकि कई लोगों के मारे जाने की भी खबर है, हालांकि अभी तक किसी ने आधिकारिक रूप से मरने वालों की संख्या के बारे में पुष्टि नहीं की है.
पीएम मोदी ने जताया हादसा पर दुख
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ पर दुख जताया है. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा दुखद है. जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं.' उन्होंने घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की. उन्होंने ये भी बताया कि स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है. उन्होंने खुद मुख्यमंत्री योगी से बातचीत की है और लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हैं.
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महाकुंभ में कैसे और कब मची भगदड़
29 जनवरी को मौनी अमावस्या है. ऐसे में महाकुंभ में अमृत स्नान का योग है. मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान करने के लिए देशभर से करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं. जिसे देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. ऐसा माना जा रहा है कि आज यानी मौनी अमावस्या के मौके पर संगम नगरी में 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान करेंगे.
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बुधवार सुबह आठ बजे तक ही तीन करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में स्नान डुबकी लगा चुके हैं. जिसके चलते रात से ही संगम किनारे पर भीड़ होने लगी थी. लेकिन रात एक से दो बजे के बीच भीड़ इतनी बढ़ गई कि कुछ श्रद्धालु बैरिकेट्रस तोड़कर आगे बढ़ने लगे, तभी भगदड़ मच गई.
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144 वर्ष बाद बना त्रिवेणी योग
बता दें कि इस वर्ष एक दुर्लभ 'त्रिवेणी योग' बना है जो 144 वर्षों के बाद हो रहा है, जिसका आध्यात्मिक रूप से काफी महत्व माना जाता है. ऐसे में महाकुंभ में भारी भीड़ उमड़ रही है. ऐसा माना जा रहा है कि इस वर्ष महाकुंभ में 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगा सकते हैं.