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मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग ला सकता है विपक्ष Photograph: (Social Media)
बिहार एसआईआर और 'वोट चोरी' के आरोपों के बीच विपक्ष मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विचार कर रहा है. जिसे लेकर सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दफ्तर में हुई बैठक में चर्चा की गई. बताया जा रहा है कि कई विपक्षी दल इसे लेकर मंथन कर रहे हैं. बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पिछले दिनों चुनाव आयोग पर 'वोट चोरी' का आरोप लगाया था.
राहुल गांधी के इन आरोपों का जवाब देने के लिए रविवार को चुनाव आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें चुनाव आयोग ने भी अपना पक्ष रखा और विपक्षी दलों को चेतावनी दी कि वे उनके कंधे पर बंदूक रखकर राजनीति न करें. इस बीच खबर आई है कि विपक्ष चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग लाने पर विचार कर रहा है.
बैठक में हुई महाभियोग प्रस्ताव लाने पर चर्चा
चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद विपक्षी दलों ने भी नाराजगी जताई और अब बात सीईसी के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने तक पहुंच गई. सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दफ्तर में हुई इंडिया ब्लॉक की बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग लाने की बात कही गई. जिसे लेकर बैठक में प्रस्ताव लाया गया. हालांकि अभी तक इस पर अंतिम फैसला आना बाकी है.
क्यों CEC के खिलाफ महाभियोग लाना चाहता है विपक्ष?
दरअसल, सोमवार को हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में विपक्षी दल मुख्य चुनाव आयुक्त से नाखुश नजर आ रहे हैं. इसके पीछे की मुख्य वजह रविवार को हुई चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस को माना जा रहा है. क्योंकि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दलों को सीधी चेतावनी दी. जिसमें उन्होंने कहा कि, विपक्षी दलों को गड़बड़ियों को लेकर सबूत देना होगा. साथ ही 1 हफ्ते के भीतर हलफनामा भी दाखिल करना होगा.
महाभियोग पर कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया
मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने, मुख्य चुनाव आयुक्त (ज्ञानेश कुमार) ने बीजेपी से यही अनुरोध क्यों नहीं किया? उन्होंने कहा कि बीजेपी ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, लेकिन मुख्य चुनाव आयुक्त बीजेपी के साथ कांग्रेस जैसा रवैया क्यों नहीं अपना रहे हैं. गोगोई ने कहा कि, मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस संवैधानिक पद की गरिमा को कमजोर किया है.
वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा कि, 'अगर जरूरत पड़ी तो हम नियमों के तहत लोकतंत्र के सभी हथियारों का इस्तेमाल करेंगे. अभी तक हमने इसे लेकर कोई चर्चा नहीं की है. लेकिन जरूरत पड़ी तो हम कुछ भी कर सकते हैं.'
प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या बोले थे मुख्य चुनाव आयुक्त?
रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य आयुक्त ने कहा कि उस पर लगाए जा रहे 'वोट चोरी' जैसे झूठे आरोपों से न तो आयोग डरता है और न ही मतदाता डरता है. उन्होंने ये भी कहा कि, "राजनीतिक दलों का पंजीकरण चुनाव आयोग ही करता है ऐसे में उनकी नजर में न कोई पक्ष है, न विपक्ष है, हमारे लिए सभी बराबर हैं." उन्होंने विपक्ष से कहा कि अगर आपको लगता है कि कुछ गड़बड़ी है तो उसका सबूत दें. हम भी उसमें सुधार करेंगे. उन्होंने कहा कि सिर्फ बात करने से कुछ नहीं होगा.
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