गरीब परिवारों की महिलाओं को 25 लाख सैनिटरी नैपकिन बांटेगी महिला कांग्रेस: सुष्मिता देव

अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते मुश्किलों का सामना कर रहे गरीब परिवारों की महिलाओं को आने वालो दिनों में उनका संगठन 25 लाख सैनिटरी नैपकिन बांटेगा.

अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते मुश्किलों का सामना कर रहे गरीब परिवारों की महिलाओं को आने वालो दिनों में उनका संगठन 25 लाख सैनिटरी नैपकिन बांटेगा.

author-image
Sunil Mishra
New Update
Sanitary napkin

गरीब परिवारों की महिलाओं को 25 लाख सैनिटरी नैपकिन बांटेगी महिला कांग्र( Photo Credit : File Photo)

अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते मुश्किलों का सामना कर रहे गरीब परिवारों की महिलाओं को आने वालो दिनों में उनका संगठन 25 लाख सैनिटरी नैपकिन बांटेगा. सुष्मिता के मुताबिक श्रमिक ट्रेनों में सफर करने वाली महिलाओं, पृथक-वास केंद्रों (क्वारंटीन सेंटर) में रह रही महिलाओं और दूसरी गरीब महिलाओं को अब तक करीब पांच लाख नैपकिन बांटी जा चुकी हैं.

Advertisment

यह भी पढ़ें : Covid-19: कोरोना मरीजों के शवों की दुर्दशा पर दिल्ली HC ने सरकार से स्टेटस रिपोर्ट तलब की

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘महिला कांग्रेस का संकल्प 25 लाख सैनिटरी नैपकिन उन महिलाओं तक पहुंचाना है जो लॉकडाउन की वजह से इनको ख़रीद नहीं पा रही हैं. हम सैनेटिरी नैपकिन के साथ साबुन और अखबार भी दे रहे हैं ताकि महिलाएं साफ-सफाई का पूरा ध्यान रख सकें.’’

सुष्मिता ने सवाल किया, ‘‘महिला एवं बाल विकास मंत्रालय बार-बार महिलाओं को बता रहा है कि वे सस्ते दरों पर सैनिटरी नैपकिन जन औषधि केंद्र से ख़रीदें. लेकिन जो महिला चिकित्सा प्रमाणपत्र के लिए 12 से 18 घंटा आज क़तार में खड़ी हैं, ट्रेन में सफर रही है, पैदल चल रही है, क्वॉरंटीन सेंटर में है, वह जन औषधि केंद्र तक कैसे पहुंचेगी ?’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘इस सरकार की महिला स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का स्तर यह है कि इन्होंने पहले सैनिटरी नैपकिन को आवश्यक उत्पादों की श्रेणी में नहीं रखा और जब लोगों ने इसकी आलोचना की तब मंत्रालय ने एक परिपत्र के माध्यम से सैनिटरी नैपकिन को आवश्यक उत्पाद में शामिल किया. सरकार को यह समझ नहीं आ रहा है कि माहवारी महामारी के वक़्त नहीं रूकती.’’

यह भी पढ़ें : कोरोना वायरस का इलाज कर रहे डॉक्टर और नर्स ने हॉस्पिटल में की शादी, सोशल मीडिया पर खूब हो रही तारीफ

महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ सुरक्षित माहवारी एक मानव अधिकार है. यह महिला की गरिमा, समानता और स्वास्थ्य का अधिकार से जुड़ा है.’’

Source : Bhasha

congress lockdown corona pandemic Sushmita Dev Sanitary Napkin Mahila Congress
      
Advertisment