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Desh Ki Bahas: किसान आंदोलन के नाम पर दिल्ली में दहशत फैलाने का षड्यंत्र किसका? 

नए कृषि कानूनों के खिलाफ 62 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर छावनी बना कर आंदोलन कर रहे किसानों का साहस अब टूटता दिखाई दे रहा है. किसान संगठन अब दो फाड़ में बंट चुके हैं. किसान संगठन धीरे-धीरे आंदोलन खत्म करने का ऐलान कर रहे हैं.

Updated on: 27 Jan 2021, 09:20 PM

नई दिल्ली:

नए कृषि कानूनों के खिलाफ 62 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर छावनी बना कर आंदोलन कर रहे किसानों का साहस अब टूटता दिखाई दे रहा है. किसान संगठन अब दो फाड़ में बंट चुके हैं. किसान संगठन धीरे-धीरे आंदोलन खत्म करने का ऐलान कर रहे हैं. सबसे पहले किसान आंदोलन खत्म करने की घोषणा किसान नेता वीएम सिंह ने की. वहीं, इनके बाद भारतीय किसान यूनियन (भानू) के अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया. जिसका असर भी दिखाई देने लगा. किसान आंदोलन के नाम पर दिल्ली में दहशत फैलाने का षड्यंत्र किसका? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.

  • बार-बार पुलिस कह रही थी कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली न निकाले., लेकिन किसान नहीं माने : प्रेम शुक्ला, प्रवक्ता, BJP
  • जब एनआईए नोटिस जारी कर रही थी तो राकेश टिकैत जैसे कह रहे थे कि किसानों को परेशान किया जा रहा है : प्रेम शुक्ला, प्रवक्ता, BJP
  • चीन और पाकिस्तान के टुकड़े पर पलने वाले वामपंथियों ने एक जिद पालकर ये प्रयास किया : प्रेम शुक्ला, प्रवक्ता, BJP
  • कांग्रेस कल सिखों की हत्या करने की षड्यंत्र रची थी : प्रेम शुक्ला, प्रवक्ता, BJP
  • दिल्ली हिंसा सरकार की विफलता है : चरण सिंह सपरा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस 
  • अगर तय रूट से ये हट गए तो दिल्ली पुलिस क्या कर रही थी : चरण सिंह सपरा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस 
  • आपकी वजह से देश की गरिमा लाल किले को ठेस पहुंची है : चरण सिंह सपरा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस 
  • ये केंद्र की मोदी सरकार और गृह मंत्रालय की विफलता है : चरण सिंह सपरा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस 
  • किसानों को मिसगाइड नहीं करना चाहिए था : कृष्णवीर चौधरी, भारतीय कृषक समाज 
  • हमें कभी भी वो काम नहीं करना चाहिए, जिससे किसान मिसगाइड हो : कृष्णवीर चौधरी, भारतीय कृषक समाज  
  • जब एक नेता आंदोलन का होता है उसकी आवाज में दम होता है, लेकिन 41 नेता थे : कृष्णवीर चौधरी, भारतीय कृषक समाज  
  • दिल्ली जैसी हिंसा गलत है : सतनाम सिंह सहानी, महासचिव, भारतीय किसान यूनियन, दोआबा
  • अगर सरकार सहयोग करती तो दिल्ली हिंसा नहीं होती : सतनाम सिंह सहानी, महासचिव, भारतीय किसान यूनियन, दोआबा
  • किसान आंदोलन शांतिपूर्वक चल रहा था और आगे भी चलेगा : सतनाम सिंह सहानी, महासचिव, भारतीय किसान यूनियन, दोआबा
  • ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा में जो लोग शामिल हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए : चौधरी नरेश टिकैत, राष्ट्रीय अध्यक्ष, BKU
  • दिल्ली हिंसा के लिए पुलिस जिम्मेदार है : चौधरी नरेश टिकैत, राष्ट्रीय अध्यक्ष, BKU
  • हमारा आंदोलन जारी रहेगा : चौधरी नरेश टिकैत, राष्ट्रीय अध्यक्ष, BKU
  • दिल्ली हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस कहां थी : चौधरी नरेश टिकैत, राष्ट्रीय अध्यक्ष, BKU
  • दिल्ली हिंसा में जिनका नाम आएगा उसे फांसी पर लटका दो : चौधरी नरेश टिकैत, राष्ट्रीय अध्यक्ष, BKU
  • मोदी और अमित शाह तो पकौड़े तलने आए हैं, मुकदमा तो नवाज शरीफ और शी जिंगपिन पर होना चाहिए : आलोक शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस 
  • सरकार की सुनियोजित के तहत हिंसा हुई : आलोक शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस 
  • सरकार के इशारे पर दिल्ली पुलिस बैठी रही : आलोक शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस 
  • बीजेपी के इशारे पर दिल्ली पुलिस काम कर रही थी : आलोक शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस 
  • ये सरकार का प्रयोजित कार्यक्रम था : आलोक शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस 
  • हमने कुछ नहीं किया है, जो पुलिस कह रही है वो ठीक नहीं है : सतनाम सिंह पन्नू, किसान नेता
  • तय रूटों पर ही हम गए थे : सतनाम सिंह पन्नू, किसान नेता
  • पुलिस के साथ कोई मीटिंग और रूट तय नहीं हुआ था : सतनाम सिंह पन्नू, किसान नेता
  • हमने रूट के अनुसार रिंग रोड जाने की बात कही थी : सतनाम सिंह पन्नू, किसान नेता
  • दर्शनपाल सिंह आरोप बेबुनियाद है : सतनाम सिंह पन्नू, किसान नेता
  • हम तय रूटों के अनुसार रैली निकाले थे : सतनाम सिंह पन्नू, किसान नेता
  • हमने किसी को नहीं भड़काया है, हम शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं और आगे भी जारी रहेगा : सतनाम सिंह पन्नू, किसान नेता
  • हम दिल्ली की हिंसा निंदा करते हैं, जो हुआ है वो गलत है : सतनाम सिंह पन्नू, किसान नेता
  • हम शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं : सतनाम सिंह पन्नू, किसान नेता
  • हिंसा के जिम्मेदार लोगों को माफी मांगनी चाहिए : सतनाम सिंह पन्नू, किसान नेता
  • गणतंत्र दिवस किसानों को भी है : सतनाम सिंह पन्नू, किसान नेता
  • हमने कोई अशांति नहीं फैलाई है : सतनाम सिंह पन्नू, किसान नेता
  • किसान आंदोलन क्यों टूटेगा : जगतार सिंह
  • किसान आंदोलन जारी रहेगा, इसे बदमान किया जा रहा है : जगतार सिंह
  • दिल्ली पुलिस हिंसा के लिए जिम्मेदार है : जगतार सिंह
  • 1984 में सिखों के साथ बर्बरता हुई थी : भगत सिंह, भरतपुर, दर्शक