योग दिवस पर बना टीकाकरण का रिकॉर्ड, एक दिन में लगीं 79 लाख वैक्सीन
केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार अभी तक आज कोरोना वैक्सीन की 69 लाख से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं. मंत्रालय के अनुसार 21 जून को नई वैक्सीन नीति लागू होने के पहले ही दिन 69 लाख से ज्यादा लोगों को टीके की खुराक दी गई.
highlights
- PM मोदी ने 21 जून से युवाओं के लिए टीकाकरण का किया था ऐलान
- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 18+ वालों को मुफ्त वैक्सीनेशन
- पहले ही दिन देश ने टीका लगाने का बनाया नया कीर्तिमान
नई दिल्ली:
पूरी दुनिया आज कोरोना वायरस (Coronavirus) से जूझ रही है. कोरोना के बीच अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2021) को सेलीब्रेट किया है. योग दिवस के मौके पर आज से पूरे देश में 18+ वालों को मुफ्त वैक्सीन (Free Corona Vaccine) लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पीएम मोदी के ऐलान के अनुसार आज से वैक्सीनेशन (Vaccination) अभियान की गति को तेज किया जा रहा है. पहले ही दिन देश ने टीका लगाने का रिकॉर्ड बना लिया है. केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार अभी तक आज कोरोना वैक्सीन की 79 लाख से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं. मंत्रालय के अनुसार 21 जून को नई वैक्सीन नीति लागू होने के पहले ही दिन 79 लाख से ज्यादा लोगों को टीके की खुराक दी गई.
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वहीं, राज्यों में टीकाकरण की बात करें तो मध्यप्रदेश सबसे ऊपर है. राज्य में अब तक 8 लाख से अधिक लोगों को कोरोना टीका लगाया जा चुका है. दूसरे स्थान पर कर्नाटक है जहां करीब छह लाख टीके लगाए गए हैं. वहीं, तीसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश है. यहां आज चार लाख से अधिक लोगों को कोरोना रोधी टीके की खुराक लगाई गई है. भारत ने आज जितने टीके लगाए उतने में आधे स्वीडन या एक न्यूजीलैंड या दो नामीबिया या चार मॉरीशस या 10 मालदीवया 25 समोआ या 50 सेशेल्स या सौ सेंट किट्स का टीकाकरण किया जा सकता है.
इससे पहले भारत में एक दिन में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन अप्रैल में हुआ था. तब एक दिन में 43 लाख वैक्सीनेशन हुआ था. उसके बाद से अब तक एक दिन में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन 14 जून (38.2 लाख) को हुआ था. देश में रोजाना वैक्सीनेशन का आंकड़ा सोमवार को पहली बार 79 लाख के पार पहुंच गया है. केंद्र सरकार के लिए ये एक बड़ी कामयाबी है. क्योंकि आज से वैक्सीनेशन का पूरा कार्यभार केंद्र सरकार देख रही है. इससे पहले वैक्सीनेशन में राज्य सरकारों का भी योगदान था.
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बता दें कि वैक्सीन को लेकर देश में खूब राजनीति हुई. वैक्सीन की कमी को लेकर विपक्ष ने मोदी सरकार पर खूब हमले किए. जिसके बाद पीएम मोदी ने 1 मई को वैक्सीनेशन नीति (Vaccination Policy) में बदलाव किया था. पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा था कि अब वैक्सीन का जितना भी काम है वो केंद्र सरकार करेगी. उससे पहले वैक्सीनेशन का 25 फीसदी काम राज्य सरकारें कर रही थीं. राज्य सरकारों ने पहले खुद वैक्सीन खरीदने की इजाजत मांगी थी, लेकिन जब उनको वैक्सीन नहीं मिली तो गैर बीजेपी शासित राज्यों ने केंद्र सरकार को दोषी ठहराना शुरू कर दिया था.
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