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दिल्ली में रूसी वैक्सीन Sputnik V के लिए अभी करना होगा इंतजार, जानिए वजह

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आम लोगों को रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी (Russian vaccine Sputnik V) टीके के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा

Updated on: 21 Jun 2021, 06:42 PM

highlights

  • दिल्ली में Russian vaccine Sputnik V टीके के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा
  • दिल्ली में अस्पतालों को अभी Russian vaccine Sputnik V पर्याप्त सप्लाई नहीं
  • 1.6 प्रतिशत की प्रभावकारिता के साथ,  दुनिया में कोविड के खिलाफ पहली वैक्सीन

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आम लोगों को रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी (Russian vaccine Sputnik V) टीके के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा. जिसकी वजह अस्पतालों को अभी पर्याप्त टीकों की सप्लाई न होना बताई जा रही है. आपको बता दें कि दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो और मुधकर रेनबो हॉस्पिटल में रविवार से स्पूतनिक वी से वैक्सीनेशन ( Corona Vaccinaion ) की शुरुआत होनी थी.  सूत्रों के हवाले से सोमवार को बताया कि रूसी टीका स्पुतनिक वी जिसे दिल्ली के कुछ अस्पतालों में उपलब्ध होने की उम्मीद थी, कुछ और दिनों के लिए विलंबित हो गया है.

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अभी स्पूतनिक वी टीकों की सप्लाई में हो रही देरी 

आपको बता दें कि मधुकर रेनबो हॉस्पिटल प्रशासन ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी स्पूतनिक वी टीकों की सप्लाई में देरी हो रही है. जिसकी वजह से अभी लोगों के वैक्सीनेशन के लिए पर्याप्त स्टॉक मौजूद नहीं है. रविवार को वैक्सीनेशन की शुरुआत न होने के पीछे भी यही वजह है. वहीं, ओपोलो हॉस्पिटल की ओर से बताया कि जो डोज मौजूद थीं, उनसे हॉस्पिटल स्टॉफ और हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन कर दिया गया है. हालांकि अपोलो ने अगले कुछ दिनों में टीके मिलने की उम्मीद जताई है. बताया गया कि मौजूदा हालातों को देखते हुए 25 जून से टीकाकरण की शुरुआत हो सकती है. 

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पहली खेप पिछले महीने की शुरुआत में हैदराबाद पहुंची थी

आपको बता दें कि कोविड के लिए रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी की पहली खेप पिछले महीने की शुरुआत में हैदराबाद पहुंची थी. पहली खेप लेकर आई एक विशेष मालवाहक उड़ान राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी. यह खेप डॉ. रेड्डी की प्रयोगशालाओं में पहुंचाई गई थी. जिसने रूसी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी के साथ एक समझौता किया है. रूस द्वारा निर्मित स्पुतनिक वी वैक्सीन की पहली खेप हैदराबाद उस समय पर पहुंची, जब भारत में 18 से अधिक उम्र वाली आबादी को कवर करने के लिए बड़े पैमाने पर कोविड टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है.

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91.6 प्रतिशत की प्रभावकारिता

अप्रैल में, भारतीय नियामकों ने स्पूतनिक वी को नियामक अनुमोदन प्रदान किया था. 91.6 प्रतिशत की प्रभावकारिता के साथ, स्पुतनिक वी दुनिया में कोविड के खिलाफ पहली वैक्सीन है. द लांसेट में प्रकाशित नैदानिक परीक्षण डेटा ने संकेत दिया कि वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी प्रतीत होती है.