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विकसित देशों की तुलना में भारत ने महामारी में अच्छा काम किया : पीयूष गोयल

केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उत्तराखंड के जोशीमठ में आई तबाही पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि सभी ठीक रहें और किसी को चोट न पहुंचे.

Updated on: 07 Feb 2021, 03:35 PM

नई दिल्ली :

केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की तारीफ की. उन्होंने कहा कि विकसित देशों की तुलना में भारत ने महामारी में अच्छा काम किया. पीयूष गोयल ने कहा कि विकसित देशों की तुलना में जो समृद्ध और संसाधन संपन्न हैं, भारत ने जिस तरह से महामारी को संभाला है वह प्रशंसनीय है. निर्मला सीतारमण ने मिनी बजट के जरिए समय पर आर्थिक पैकेज लाया और आत्मानिर्भर भारत अभियान का अहम योदगदान रहा है. बता दें वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को कोरोना माहामारी के बीच देश का बजट पेश किया था. जिस पर विपक्ष सवाल खड़े कर रहा है. जिसके बाद केंद्रीय मंत्री बजट की खूबियों को समझा रहा हैं.

वहीं, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बैंक खुद एक होर्डिंग कंपनी की तरह कुछ बनाने के लिए सहमत हो रहे हैं, बैंक की संपत्ति को बाहर निकाल कर इन कंपनियों में रख दिया है जो काम करेंगे. हम एक बैंक-संचालित समाधान के साथ आए हैं और सरकार द्वारा संचालित समाधान नहीं है. मुझे खुशी है कि आरबीआई भी बैंकों के साथ काम कर रहा है.

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केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उत्तराखंड के जोशीमठ में आई तबाही पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि सभी ठीक रहें और किसी को चोट न पहुंचे.

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उत्तराखंड में केदारनाथ जैसी तबाही का मंजर है. रविवार को चमोली में ग्लेशियर टूटने से बड़ी त्रासदी मची है. जबर्दस्त पानी के सैलाब में मलारी को जोड़ने वाला पुल बह गया है. ये पुल सरहद से सेना को जोड़ने का काम करता है. राहत-बचाव के लिए आईटीबीपी (ITBP) के रीजनल रिस्पांस सेंटर, गोचर से एक बड़ी टीम रवाना की गई है. आईटीबीपी की पर्वतारोही टीम के साथ तुरंत ब्रिज बनाने में माहिर जवान भी भेजे गए हैं. इससे पहले आईटीबीपी के 200 जवान जोशी मठ भेजे गए थे. गृह मंत्रालय पूरी स्थिति पर निगरानी रखे हुए है. उत्तराखंड (Uttarakhand) सरकार ने जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग को आपदा से निपटने के आदेश दिए हैं. साथ ही जनता से अपील की गई है कि अफवाहों पर ध्यान ना दें. सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है. एसडीआरएफ और लोकल प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है. संपर्क के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया गया है 1070 या 9557444486. 

निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की आशंका
तपोवन इलाके में एक ग्लेशियर के टूटने से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हो गया है. अलकनंदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है. नदी में अचानक पानी आने से अलकनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की आशंका है. तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है. नदी किनारे बसे लोगों को हटाया जा रहा है. एहतियातन भागीरथी नदी का फ्लो रोक दिया गया है. अलकनंदा का पानी का बहाव रोका जा सके, इसलिए श्रीनगर डैम और ऋषिकेष डैम को खाली करा दिया गया है. SDRF अलर्ट पर है. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौके पर पहुंचे रहे हैं.  बताया जा रहा है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है. नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है, लेकिन बहाव कम होता जा रहा है.