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गाजीपुर बॉर्डर पहुंचेंगे हरीश रावत, किसान आंदोलन के समर्थन में देंगे धरना

हरीश रावत गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने के बाद शाम को 5 बजे केंद्र सरकार के खिलाफ कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर भी बैठेंगे.

Updated on: 07 Feb 2021, 02:49 PM

highlights

  • रविवार शाम गाजीपुर बॉर्डर पहुचेंगे हरीश रावत
  • किसानों के समर्थन में देंगे धरना देंगे हरीश रावत
  • अल्मोड़ा से लाएंगे मिट्टी, पानी और फूल

नई दिल्ली:

केंद्र सरकार (Central Government) के नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) लगातार 74वें दिन भी जारी है. दिल्ली (Delhi) के अलग-अलग बॉर्डरों (Border) पर चल रहे किसानों के आंदोलन में लगातार विपक्षी पार्टी के नेताओं का आना-जाना लगा हुआ है. इसी सिलसिले में उत्तराखंड (Uttarakhand) के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) रविवार शाम को गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पहुंच रहे हैं. खबरों के मुताबिक, हरीश रावत गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने के बाद शाम को 5 बजे केंद्र सरकार के खिलाफ कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर भी बैठेंगे.

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बता दें कि अभी हाल ही में शिवसेना (Shiv Sena) के राज्यसभा सांसद संजय राउत (Rajya Sabha MP Sanjay Raut) भी किसानों (Farmers) के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे. खबरों के मुताबिक हरीश रावत अल्मोड़ा से वहां की मिट्टी, पानी और फूल लेकर गाजीपुर आएंगे. दरअसल, गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद से दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर पर कंटीले तार और नुकीली कीलें लगातार बॉर्डर सील कर दिए हैं. जहां एक तरफ दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर पर नुकीली कीलें लगाई गई हैं, वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री फूल लगा कर किसानों को अपना समर्थन देंगे.

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बीते 28 जनवरी को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद देशभर के विभिन्न राज्यों से किसान पानी लेकर आए थे, वहीं अपील के बाद इस आंदोलन को भी काफी धार मिली. बताते चलें कि केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने शनिवार को ही देशभर में चक्का जाम किया था. किसानों का चक्का जाम दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में चला. शनिवार को हुआ किसानों का चक्का जाम काफी शांतिपूर्ण रहा. हालांकि, कुछ जगहों से छिटपुट हिंसा की खबरें भी आई थीं.