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सदन में हंगामे पर सरकार का जवाब, विपक्ष को लोकतांत्रिक मूल्यों की चिंता नहीं

राज्य सभा में विपक्षी नेताओं के हंगामे को लेकर सरकार के मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है

Updated on: 12 Aug 2021, 03:38 PM

highlights

  • राज्य सभा में विपक्षी नेताओं के हंगामे को लेकर मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की 
  • केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष को देश से माफी मांगनी चाहिए
  • अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष को लोकतांत्रिक मूल्यों की चिंता नहीं

नई दिल्ली:

राज्य सभा में विपक्षी नेताओं के हंगामे को लेकर सरकार के मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. इस दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष को देश से माफी मांगनी चाहिए. अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष को लोकतांत्रिक मूल्यों की चिंता नहीं है. यहां तक कि विपक्षी सदस्यों ने नए मंत्रियों का परिचय भी नहीं होने दिया. केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्ष ने सदन में शीशा तोड़ने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष सदन में हंगामा करने की मंशा से आया था. वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि पहले दिन से ही विपक्ष का रवैया ठीक नहीं था.

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गुरुवार दोपहर को सरकार की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले मंत्रियों में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, प्रहलाद जोशी, मुख्तार अब्बास नकवी, धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, अनुराग ठाकुर, अर्जुन मेघवाल, वी. मुरलीधरन शामिल रहे. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि मॉनसून सत्र के दौरान विपक्ष ने सड़क से संसद तक अराजकता फैला रखी है. उन्होंने कहा कि पूरे विपक्ष को देश से माफी मांगनी चाहिए.

संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने भी विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा. जोशी ने कहा कि  हमने विपक्ष के साथ सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अपील की थी. इसके साथ ही विपक्ष दलों के सदस्यों से नए मंत्रियों का परिचय करवाने के लिए भी शांति रखने की अपील की थी, लेकिन उन्होंने हंगामा जारी रखा. जबकि सरकार ने महंगाई, कोरोना संकट, कृषि मसलों पर चर्चा के लिए मंजूरी दी थी. 

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विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2004 से 2014 तक सप्रंग के कार्यकाल के दौरान कई बिन बिना चर्चा के पास किए गए थे. उन्होंने विपक्ष के उन आरोपों को भी झूठा और निराधार ठहराया, जिसमें सरकार पर बिलों पर चर्चा न करने की बात कही गई थी. मंत्री ने कहा कि हंगामे के दौरान जब कुछ सदस्यों को निलंबित किया गया तो विपक्ष सांसदों ने शीशा तोड़कर सदन में घुसने का प्रयास किया.