logo-image

संसद के इतिहास में पहली बार 2 शिफ्ट में चलेगी कार्यवाही, जानें वजह

1952 के बाद पहली बार संसद के इतिहास में भी ऐसा होगा कि मॉनसून सत्र में कार्यवाही के दौरान लोकसभा और राज्यसभा जुड़ जाएंगी. कार्यवाही के दौरान राज्यसभा के सदस्य लोकसभा में तो लोकसभा के सदस्य राज्यसभा के साथ सेंट्रल हॉल में बैठेंगे.

Updated on: 14 Sep 2020, 10:53 AM

नई दिल्ली:

भारतीय संसद के इतिहास में पहली बार ऐसा होगी की सदन की कार्यवाही पाली यानि शिफ्ट के हिसाब से चलेगी. साथ ही प्रश्नकाल नहीं होगा. केवल आधे घन्टे का शून्य काल होगा. मॉनसून सत्र के दौरान 18 दिन लगातार कार्यवाही चलेगी. इस दौरान कोई छुट्टी नहीं होगी. इस बार शनिवार और रविवार को भी काम होगा. आमतौर पर दोनों सदनों में एक साथ काम होता है, लेकिन इस बार दो शिफ्ट में होगा. लोकसभा सोमवार को सुबह नौ बजे से शुरू होगी और दोपहर एक बजे तक चलेगी. इसके बाद 15 सितंबर से एक अक्टूबर तक दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक काम होगा. वहीं, सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे चलेगी.

यह भी पढ़ें : अधीर रंजन बोले- प्रश्नकाल को हटाना लोकतंत्र का गला घोटने की कोशिश

वहीं, 1952 के बाद पहली बार संसद के इतिहास में भी ऐसा होगा कि मॉनसून सत्र में कार्यवाही के दौरान लोकसभा और राज्यसभा जुड़ जाएंगी. कार्यवाही के दौरान राज्यसभा के सदस्य लोकसभा में तो लोकसभा के सदस्य राज्यसभा के साथ सेंट्रल हॉल में बैठेंगे. दोनों सदनों की कार्यवाही में अलग-अलग दीर्घाओं का इस्तेमाल किया जाएगा. इस दौरान कई अलग-अलग जगहों में बैठे सांसद और मंत्री बड़े-बड़े टीवी स्क्रीन्स और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से एक-दूसरे से जुड़े रहेंगे. पहले चार घंटे लोकसभा फिर दो घंटे के ब्रेक के बाद राज्यसभा की चार घंटे की कार्यवाही शुरू होगी.

यह भी पढ़ें : संसद परिसर में सांसदों का बयान लेने के लिए मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक

संक्रमण फैलने से रोकने के लिए 6 बार रोज एसी बदले जाएंगे. सांसदों को कोरोना से बचाव के लिए डीआरडीओ की किट मिलेगी. हर किट में 40 डिस्पोजल मास्क, एन95 मास्क, सैनिटाइजर की 20 बोतलें, 40 ग्लब्ज और दरवाजा बंद करने के लिए टच फ्री हुक्स होंगे.