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देश के 24 राज्यों में एक्टिव केसों में कमी नजर आ रही है- स्वास्थ्य मंत्रालय

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि बीते 22 दिनों से लगातार करोना के नए मामलों में कमी आ रही है और मौजूदा समय में 2,11,298 तक पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि 17 मई के बाद लगातार तीन लाख से कम मामले आ रहे हैं. 

Updated on: 27 May 2021, 04:34 PM

highlights

  • कोविड रिकवरी रेट 90 फीसदी तक पहुंचा
  • देश में तेजी से सुधर रहे हैं हालात
  • वैक्सीनेशन का काम तेज करने का प्रयास जारी

नई दिल्ली:

देश में कोरोना (Coronavirus) महामारी का संकट लगातार जारी है. केंद्र से लेकर राज्य सरकार लोगों को राहत देने के लिए अपने-अपने स्तर पर हर संभव कोशिश कर रही है. इसके साथ-साथ स्वास्थ्य मंत्रालय भी देश में कोरोना की स्थिति को लेकर लोगों को लगातार जानकारी दे रहा है. इसी क्रम में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल (Luv Agarwal) ने बताया कि बीते 22 दिनों से लगातार करोना के नए मामलों में कमी आ रही है और मौजूदा समय में 2,11,298 तक पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि 17 मई के बाद लगातार तीन लाख से कम मामले आ रहे हैं. 

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कोविड रिकवरी रेट 90 फीसदी तक पहुंचा

लव अग्रवाल ने बताया कि सिर्फ 359 जिलों में 100 केस प्रतिदिन से ज्यादा आ रहे हैं, जबकि कुछ दिनों पहले इनकी संख्या 571 थी. उन्होंने कहा कि एक्टिव केस में भी लगातार कमी आ रही है और फिलहाल 24.19 लाख रह गए हैं. देश के 24 राज्यों में एक्टिव केसों में कमी नजर आ रही है. लेकिन पूर्वोत्तर राज्य, तमिलनाडु, उड़ीसा, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में अभी भी मामले बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि रिकवरी रेट जो 3 मई को 81% था बढ़कर के 90% हो गया है. 

वीकली पॉजिटिविटी रेट 10.45% पर पहुंचा

उन्होंने कहा कि 15 सप्ताह में कोरोना टेस्ट 3 गुने से ज्यादा बढ़ाए गए हैं, जो पहले 6 लाख 88 हजार थे अब उन्हें बढ़ाकर 21 लाख 33 हजार कर दिया गया है. वीकली पॉजिटिविटी रेट 21% से घटकर अब 10.45% हो गया है. वैक्सीन को लेकर उन्होंने कहा कि 1.3 करोड़ वैक्सीन की डोज 18 से 44 साल के बीच के लोगों को दी गई है. उन्होंने कहा कि विदेशी सहयोग और कच्चे माल से हमारी कोशिश है कि भारत में ही वैक्सीन इनके प्रोडक्शन में वृद्धि की जा सकती है. आने वाले कुछ समय में हमारी प्रोडक्शन 10 करोड़ प्रति महीने हो सकती है. इसके अलावा कैडिला और बायोलॉजिकली वैक्सीन भी जल्दी आ सकती है. 

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'co-win पोर्टल से निकालते हैं डाटा'

उन्होंने कहा कि विदेशों में जिस वैक्लीन का निर्माण किया जाता है, अधिकांश रूप से उसका प्रयोग भी उसी देश में किया जाता है. अमेरिका में भी यही हालत है. लेकिन धीरे-धीरे दुनिया भर की कंपनियां भारत और विदेशों में भी प्रोडक्शन रेट बढ़ा रही है. उन्होंने कहा कि हम वैक्सीन का डाटा co-win एप्लीकेशन पोर्टल के जरिए निकालते हैं, जिसमें डाटा एंट्री राज्य सरकार द्वारा वैक्सीनेशन ड्राइव के दौरान की जाती है. जो डाटा हमने रिलीज किया है वह फीडबैक के रूप में राज्यों को लेना चाहिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि वैक्सीन वेस्टेज पर रोक लगे.