logo-image

विकास दुबे एनकाउंटर को तहसीन पूनावाला ने बताया Fake, NHRC में की शिकायत

कानपुर में 8 पुलिस वालों की हत्या करने वाला विकास दुबे पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया. इस मुठभेड़ को लेकर तहसीन पूनावाला ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत की है. तहसीन पूनावाला ने इसे लेकर ट्वीट भी किया.

Updated on: 10 Jul 2020, 04:09 PM

नई दिल्ली:

कानपुर में 8 पुलिस वालों की हत्या करने वाला विकास दुबे पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया. इस मुठभेड़ को लेकर तहसीन पूनावाला ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत की है. तहसीन पूनावाला ने इसे लेकर ट्वीट भी किया. बिग बॉस 13 के कंटेस्टेंट रहे तहसीन पूनावाला ने ट्वीट में योगी आदित्यनाथ और यूपी के अन्य नेताओं पर भी निशाना साधा. तहसीन पूनावाला ने कंप्लेंट लेटर और फॉर्म की फोटो शेयर की.

पूनावाला ने लिखा कि ''मैने यूपी में नेताओं, योगी आदित्यनाथ सरकार और यूपी के बाकी पुलिस वालों को बचाने के लिए एक स्क्रिप्ट लिखी थी जो आज सुबह सच साबित हुई. विकास दुबे का एनकाउंटर एक फेक एनकाउंटर है. इसके लिए मैने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई है.'' तहसीन पूनावाला अपने बेबाक विचारों के लिए मशहूर हैं. उनका यह ट्वीट अब वायरल हो रहा है.

पूनावाल ने एक वीडियो शेयर करते हुए कई सवाल खड़े किए. इसमें उन्होंने कहा कि ''विकास दुबे की गिरफ्तारी पर मैने एक ट्वीट किया था कि कहीं ऐसा न हो कि यूपी पुलिस विकास को ला रही हो और तभी पुलिस की गाड़ी खराब हो जाए और विकास उनकी बंदूक निकाल कर भागने का प्रयास करने लगे. और उसे एनकाउंटर में मारा जाए. मेरी ये भविष्यवाणी आज सच साबित हुई.''

उन्होंने आगे कई सवाल खड़े करते हुए कहा कि ''अब प्रश्न यह उठता है कि जो तथ्य हमारे सामने आए हैं उससे यह एनकाउंटर फेक लगता है. ऐसा इस लिए क्योंकि ठीक इसी तरह विकास दुबे के अन्य साथियों का एनकाउंटर हुआ. यह कैसे हो सकता है कि जब भी विकास दुबे से जुड़े किसी व्यक्ति को यूपी पुलिस ले जा रही होती है तो गाड़ी खराब हो जाती है. वो भागने की कोशिश करता है और बंदूक खींचता है. ये उत्तर प्रदेश की पुलिस है या किसी फिल्म सेट के Extras हैं?''

यह भी पढ़ें- कानपुर कांड: 8 दिन में विकास दुबे समेत 6 का एनकाउंटर, मगर 12 गुर्गे अभी भी फरार

उन्होंने आगे कहा कि ''किसी भी अपराधी को ले जाने के लिए कुछ SOP होती हैं. जैसे अपराधी को गाड़ी की बीच में रखा जाता है. ताकि गाड़ी अगर पलट जाए, या खराब हो जाए तो अपराधी भाग न सके. विकास दुबे एक अनफिट आदमी था. उसका बड़ा पेट था. अब सवाल यह उठता है कि किस तरह से विकास दुबे ने एक पलटी हुई गाड़ी में फिट पुलिस वालों से बंदूक छीन ली. बंदूक लगाने का भी तरीका होता है. पुलिस की बंदूक एक रस्सी से जुड़ी होती है.''

यह भी पढ़ें- कानपुर एनकाउंटरः गैंगस्टर विकास दुबे का शव लेने से परिजनों ने किया इनकार

उन्होंने गाड़ी पलटने को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने पूछा कि आखिर ''गाड़ी एक अच्छी सड़क पर भला कैसे पलट सकती है. जिस गाड़ी से विकास को ले जाया जा रहा था वो महिंद्रा की एक SUV थी. लेकिन जो आखिरी तस्वीर विकास दुबे की आई वो एक टाटा सफारी में थी. आखिर गाड़ी बदलने की जरूरत क्या पड़ी. और आखिर बाकी के एस्कॉर्ट कार में पुलिस वाले क्या कर रहे थे? इसलिए इससे साफ जाहिर होता है कि विकास दुबे को इसलिए मारा गया क्योंकि सरकार डर रही थी.''