logo-image

अब सुरजेवाला ने दी कांग्रेस नेताओं को नसीहत, टि्वटर-टि्वटर खेलने से बाज आने को कहा

सुरजेवाला ने संप्रग (UPA) सरकार और घटक दलों पर सवालिया निशान लगा रहे कांग्रेसी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि बजाय टि्वटर-टि्वटर खेलने के पार्टी संगठन के मंच पर अपनी बात रखना बेहतर रहेगा.

Updated on: 02 Aug 2020, 02:46 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस के नए-पुराने नेताओं में मची आंतरिक कलह को थामने के लिए अब राष्ट्रीय प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) मैदान में उतरे हैं. आनन-फानन में राजस्थान से दिल्ली बुलाए गए सुरजेवाला ने संप्रग (UPA) सरकार और घटक दलों पर सवालिया निशान लगा रहे कांग्रेसी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि बजाय टि्वटर-टि्वटर खेलने के पार्टी संगठन के मंच पर अपनी बात रखना बेहतर रहेगा. इसके साथ ही उन्होंने मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) नींत संप्रग सरकार की खूबियां गिनाते हुए बीजेपी पर परोक्ष रूप से आरोप लगाया है कि कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की गई.

यह भी पढ़ेंः गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया राहुल गांधी पर पलटवार, कहा- विधायकों को बंद करके रखना...

गिनाईं मनमोहन सरकार की उपलब्धियां
दिल्ली में कांग्रेस की ओर से बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के दौरान एक नहीं कई बड़े काम हुए. मनमोहन सिंह सरकार के दौर में ही मनरेगा आया, खाद्यान्न सुरक्षा बिल आया, सूचना का अधिकार आया. इसके साथ ही यूपीए सरकार ने जीडीपी वृद्धि दर सबसे ज्यादा दी और खेती में भी अभूतपूर्ण वृद्धि दर दर्ज की. इसके बावजूद कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की गई. ऐसे में जरूरी है कि सही तस्वीर सामने रखी जाए.

यह भी पढ़ेंः देश समाचार राहुल गांधी ने फिर दी लोकतंंत्र की दुहाई, बनाया महबूबा मुफ्ती को आधार

अपने ही नेताओं को दी नसीहत
इसके साथ ही उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी समेत शशि थरूर औऱ मिलिंद देवड़ा का नाम बगैर लिए कहा कि टि्वटर-टि्वटर खेलने के बजाय पार्टी मंच पर अपनी बात रखना बेहतर होगा. गौरतलब है कि राज्यसभा सांसदों की बैठक में सोनिया गांधी के सामने ही आत्मनिरीक्षण की नसीहत पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल और राजीव सातव के बीच अच्छी-खासी तकरार हो गई थी. एक तरह से ये नए और पुराने नेताओं की टकराव की फिर फूटी चिंगारी थी.

यह भी पढ़ेंः नेपाल से छोड़े गए पानी ने मचाई तबाही, UP के कई दर्जन गांव बाढ़ से घिरे

आज ही राजस्थान से आए सुरजेवाला
बाद में इस रार में पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी, मिलिंद देवड़ा और शशि थरूर भी कूद आए. उन्होंने ट्वीट कर संप्रग सरकार के घटक दलों समेत कांग्रेस के नेताओं पर ही सवालिया निशान लगाने शुरू कर दिए. माना जा रहा है कि राजस्थान सियासी संकट से जूझ रहे कांग्रेस आलाकमान ने इसके डैमेज कंट्रोल के लिए ही रेगिस्तान का समर छोड़कर सुरजेवाला को दिल्ली तलब किया. रविवार को राजस्थान से राजधानी आए सुरजेवाला ने भी आते ही कांग्रेस नेताओं को नसीहत दे डाली.