सीबीआई के नए निदेशक बने सुबोध कुमार जायसवाल, दो साल रहेंगे
वह पूर्व में महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक पद पर रहे हैं. सीबीआई निदेशक बनने से पहले वह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक थे.
highlights
- 22 सितंबर 1962 को बिहार में जन्मे जायसवाल 1985 बैच के IPS
- सुबोध जायसवाल चर्चित तेलगी घोटाले में जांच के बाद सुर्खियों में आए
- विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से भी हैं सम्मानित
नई दिल्ली:
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना के '6 महीने रिटायरमेंट' से जुड़ी समझाइश के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को अंततः मंगलवार देर रात अपना नया बॉस मिल गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता में सीबीआई निदेशक के चयन के लिए नियुक्ति समिति ने महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस अधिकारी सुबोध कुमार जायसवाल के नाम पर मुहर लगा दी. फिर देर रात इस बारे में एक अधिसूचना भी जारी कर दी गई. सुबोध जायसवाल का कार्यकाल दो साल का होगा. जायसवाल 1985 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं और वह पूर्व में महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक पद पर रहे हैं. सीबीआई निदेशक बनने से पहले वह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक थे.
दो साल तक रहेंगे सीबीआई निदेशक
कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, सुबोध कुमार जायसवाल सीबीआई की कमान संभालेंगे. गौरतलब है कि यह पद फरवरी के पहले सप्ताह से तब से खाली पड़ा है, जब ऋषि कुमार शुक्ला ने अपना कार्यकाल पूरा किया था. उसके बाद से अपर निदेशक प्रवीण सिन्हा अंतरिम प्रमुख के रूप में प्रमुख जांच एजेंसी के मामलों को देख रहे हैं. 22 सितंबर 1962 को बिहार में जन्मे जायसवाल 1985 बैच के आइपीएस हैं. महाराष्ट्र कैडर में होने के कारण वे मुंबई के पुलिस कमिश्नर और महाराष्ट्र के डीजीपी भी रहे चुके हैं. वे नौ साल तक रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रा) में भी सेवाएं दे चुके हैं. उन्होंने रा में रहते हुए तीन साल तक अतिरिक्त सचिव की जिम्मेदारी भी निभाई.
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तेलगी घोटाले से चर्चा में आए
सुबोध जायसवाल ने एक दशक से अधिक समय तक इंटेलिजेंस ब्यूरो, एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) के साथ भी काम किया है. सुबोध जायसवाल तेलगी घोटाले में जांच के बाद चर्चा में आए थे. उस समय वह स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स का नेतृत्व कर रहे थे. सुबोध जायसवाल ने महाराष्ट्र एटीएस का नेतृत्व करते हुए कई आतंकवाद विरोधी अभियानों में भी काम किया है. उन्हें 2009 में उनकी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था.
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चीफ जस्टिस ने याद दिलाया था नियम
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को सीबीआई के नए निदेशक के चयन के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक सुबोध कुमार जायसवाल, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक कुमार राजेश चंद्रा और केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव वीएसके कौमुदी के नाम की सूची तैयार की थी. इस बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा, समिति के दो अन्य सदस्य लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और भारत के प्रधान न्यायाधीश एन वी रमन्ना भी उपस्थित थे. इस बैठक में चीफ जस्टिस ने मोदी सरकार को उस नियम की याद दिलाई थी, जिसके तहत शीघ्र रिटायर होने जा रहे शख्स को इस तरह के पद पर नियुक्ति से बचना चाहिए.
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