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चीनी सामान के बहिष्कार का ट्वीट करने पर अमूल का अकाउंट कुछ देर के लिए सस्पेंड, यूजर्स भड़के

अमूल ब्रांड के स्वामित्व वाले गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) का ट्विटर खाता उसके द्वारा जाहिरा तौर पर चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान करने के बाद कुछ देर के लिये ब्लॉक कर दिया गया था.

Updated on: 06 Jun 2020, 07:54 PM

अहमदाबाद:

अमूल (Amul) ब्रांड के स्वामित्व वाले गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) का ट्विटर खाता उसके द्वारा जाहिरा तौर पर चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान करने के बाद कुछ देर के लिये ब्लॉक कर दिया गया था. जीसीएमएमएफ (GCMMF) के प्रबंध निदेशक आर एस सोढ़ी ने कहा कि उनकी विज्ञापन एजेंसी द्वारा शुभंकर ‘अमूल गर्ल’ के साथ बृहस्पतिवार को “एग्जिट द ड्रैगन?” कैप्शन के साथ एक कार्टून पोस्ट किया था जिसके बाद उसके ट्विटर खाते को कुछ देर के लिये ब्लॉक कर दिया गया.

इस कार्टून की नीचे की तरफ दाएं कोने में लिखा था “अमूल मेड इन इंडिया”. यह कार्टून प्रधानमंत्री नरेंद्र (PM Narendra Modi) द्वारा शुरू की गई “आत्मनिर्भर भारत” की नयी नीति के साथ ही पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच जारी गतिरोध के मद्देनजर भारतीय सोशल मीडिया पर चल रहे चीनी समानों के बहिष्कार के आह्वान का समर्थन करता नजर आ रहा है.

अमूल ने किसी के खिलाफ कोई अभियान नहीं चलाया है

शनिवार को जब अमूल के ट्विटर खाते पर जाने की कोशिश की गई तो यह उपलब्ध था और कार्टून से संबंधित वह पोस्ट भी वहां पर देखी जा सकती है. सोढ़ी ने कहा, 'हम नहीं जानते कि खाते को क्यों बंद किया गया क्योंकि हमें ट्विटर की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं मिला है…अमूल ने किसी के खिलाफ कोई अभियान नहीं चलाया है.'

सोढ़ी ने कहा, 'अमूल गर्ल अभियान बीते 55 सालों से चल रहा है और इसमें आम तौर पर मुद्दों पर आधारित विषय उठाए जाते हैं, जो विनोदपूर्ण तरीके से राष्ट्र के मिजाज को परिलक्षित करते हैं.'

हमारी विज्ञापन एजेंसी ने चार जून की रात को जब यह कार्टून साझा किया

उन्होंने कहा, 'हमारी विज्ञापन एजेंसी ने चार जून की रात को जब यह कार्टून साझा किया तो उन्हें फॉरवर्ड किये गए एक संदेश से पता चला कि हमारा ट्विटर खाता ब्लॉक है. जब हमने ट्विटर से इसे फिर से शुरू करने का अनुरोध किया तो यह खाता बहाल हो गया.'

 उन्होंने कहा, 'जब हमें इसके बारे में पता चला, हमनें स्पष्टीकरण मांगा. हमें नहीं पता कि यह बाधा क्यों आई. हमें इस बारे में ट्विटर से अभी कोई आधिकारिक जवाब नहीं मिला है.'

माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर भारत के प्रति पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप लगाने लगे

इसबीच हैशटैग अमूल ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा और बहुत से उपयोगकर्ता अमूल कंपनी के समर्थन में आते हुए माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर भारत के प्रति पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप लगाने लगे.