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स्वतंत्रता दिवस पर आसमान में स्नाइपर्स, कैमरों से होगी लाल किले की पेट्रोलिंग

कोरोना और आतंकी हमले की आशंका के बीच दोहरी चुनौती से निपट रहे सुरक्षाकर्मियों ने लाल किले पर चल रही तैयारियां लगभग पूरी कर ली है. इस बार इस ध्वजारोहण समारोह का स्वरूप बदला होगा.

Updated on: 13 Aug 2020, 12:11 AM

नई दिल्‍ली:

जम्मू कश्मीर से धारा 370 (Article - 370) को निष्प्रभावी हुए एक साल पूरा होने के बाद अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर शिलान्यास हुआ ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों को सिक्योरिटी अलर्ट मिला है कि आतंकी देश के राष्ट्रीय पर्व में खलल डालने के लिए अपने खतरनाक मंसूबों को आसमान के जरिए अंजाम दे सकते हैं. लाल किला (Red Fort) पर हमले के लिए एयरक्राफ्ट ऑब्जेक्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है. ऐसे में दिल्ली में होने जा रहे स्वतंत्रता दिवस समारोह पर आतंकी खतरे का साया पिछले साल के मुकाबले इस बार ज्यादा बड़ा है. इसके मद्देनजर तमाम सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. जमीन से लेकर आसमान तक नजर रखने के लिए सुरक्षाकर्मियों के साथ साथ साइबर पेट्रोलिंग भी की जा रही है.

कोरोना और आतंकी हमले की आशंका के बीच दोहरी चुनौती से निपट रहे सुरक्षाकर्मियों ने लाल किले पर चल रही तैयारियां लगभग पूरी कर ली है. इस बार इस ध्वजारोहण समारोह का स्वरूप बदला होगा. सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रख कर लाल किले में सब तैयारी की जा रही है. कुर्सियां 2 गज़ की दूरी पर लगाई जा रही है. चेकिंग पॉइंट पर सुरक्षाकर्मी पीपीई किट में नजर आएंगे. लाल किले पर ध्वजारोहण के समय प्रधानमंत्री के आसपास सुरक्षा घेरा बनाने वाले 300 कर्मियों को क्वॉरेंटाइन रखा गया है, ताकि वह हर तरह के इंफेक्शन से बचे रहें. दिल्ली पुलिस की विभिन्न टीमें पुरानी कार की खरीद फरोख्त में जुटे कारोबारियों पर नज़र रखी रही है, साथ ही गेस्ट हाउस, सायबर कैफे, होटल्स और किरायेदारों की वेरिफिकेशन पर भी नज़र रखी जा रही है.

24 घंटे पहले ही सील हो जाएंगी दुकानें
लाल किले के आसपास दुकानों को 24 घंटे पहले सील कर दिया जाएगा. हर उस पॉइंट की आधुनिक मशीनों से जांच की जा रही है जहां विस्फोटक छुपाया जा सकता है. हर साल की तरह इस बार भी पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किये हैं. हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के चलते हालात बहुत बदले है और पुलिस और अन्य तमाम एजेंसियों के लिए चुनौतिया भी बड़ी है. लाल किला के आसपास 300 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, आसपास के इलाके में मचान बनाये गए है, जहा से सुरक्षा कर्मी लोगों पर निगाह रख सकेंगे. लाल किले के 5 किलोमीटर के दायरे में हर ऊंची इमारत पर स्नाइपर्स और एन्टी एयरक्राफ्ट गन तैनात की जाएगी. इसके साथ ही समरोह स्थल के आस पास तमाम मकान पुलिस की सुरक्षा में रहेंगे. वहां लोगों को पुलिस की मर्जी के अपने घरों की छतों पर जाने की भी इजाजत नहीं होगी.

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5-7 किमी का इलाका ब्लॉक किया जाएगा
लाल किले के 5 से 7 किलोमीटर के दायरे में एयर स्पेस को ब्लॉक कर दिया गया है. यहां पर किसी भी तरह के ड्रोन या अन्य हल्के एयरक्राफ्ट पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गयी है. दरअसल खुफिया एजेंसियों ने इनपुट दिया है कि इस बार आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की भरसक कोशिश में है और इसके लिए आतंकी ड्रोन और माइक्रो लाइट एयरक्राफ्ट से हमला कर सकते है. जिसे रोकने के लिए पुलिस अब आसमान पर भी लगातार नजर रख रही है. 15 अगस्त को सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली पुलिस के अलावा पैरा मिलिट्री फ़ोर्स के जवान भी संभालेंगे. इसके अलावा तमाम हाई राइज इमारतों पर एनएसजी के कमांडो और स्नाइपर्स की तैनाती रहेगी. कोरोना के इस दौर में हर कोई चेहरे पर मास्क लगाए है ऐसे में संदिग्धों की पहचान भी एक बड़ी चुनौती है.

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इस बार स्कूली बच्चों को भी नहीं बुलाया गया
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक हर वर्ष जहां 15 अगस्त पर करीब 25 हजार मेहमान जिनमे स्कूल के बच्चे भी शामिल होते थे, वो आते थे लेकिन इस साल इसे बहुत सीमित रखा गया है. इसकी जगह इस बार महज 5 हजार के आसपास मेहमान ही होंगे. जिनमे स्कूली बच्चे शामिल नहीं होंगे. यहां तक कि वीआईपी लिस्ट को भी छोटा कर दिया गया है. हर साल 15 अगस्त के कार्यक्रम में 10 में दस हजार के करीब स्कूली बच्चे शामिल होते थे लेकिन इस बार स्कूली बच्चों को बुलाया ही नही गया है और स्कूली बच्चों की जगह 500 एनसीसी केडेट को बुलाया गया है. इस बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर कोरोना वारियर्स को इस बार आमंत्रित किया गया है.