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Ramnavami Violence: ममता दीदी पर स्मृति ईरानी का करारा हमला, कहा- पत्थरबाजों को दी क्लीन चिट

ईरानी ने कहा, 'हावड़ा में रामनवमी के जुलूस के दौरान पथराव हुआ. न्याय देने के बजाय ममता बंदोपाध्याय (बनर्जी) ने पत्थरबाजों को क्लीन चिट दे दी, जिन्होंने कानून अपने हाथ में लिया और रामनवमी की शोभा यात्रा पर हमला किया.'

Updated on: 01 Apr 2023, 09:28 AM

highlights

स्मृति ईरानी ने हिंसा के आरोपियों को क्लीन चिट पर दीदी को ललकारा

ममता बनर्जी का रामनवमी हिंसा के पीछे भाजपा की साजिश का आरोप

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी  राज्यपाल सीवी आनंद बोस से बात की 

नई दिल्ली/कोलकाता:

पश्चिम बंगाल (West Bengal) में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच रामनवमी (Ramnavmi) समारोह के दौरान हावड़ा में हुई सांप्रदायिक हिंसा (Communal Violence) ने नए सिरे से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है. हिंसा की जांच पश्चिम बंगाल सरकार ने आपराधिक जांच विभाग (CID) को सौंप दी है. जिले में पथराव की ताजा घटनाओं के बाद शुक्रवार को हावड़ा में भी निषेधाज्ञा लागू कर दी गई. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata banerjee) पर पथराव करने वालों को बचाने का आरोप लगाया है, तो तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राजनीतिक लाभ के लिए समाज का ध्रुवीकरण करने की भाजपा की साजिश है.

न्याय देने के बजाय पत्थरबाजों को क्लीन चिट 'ममता'
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने हावड़ा में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा. स्मृति ईरानी ने उन पर जुलूस के दौरान पथराव करने वालों को क्लीन चिट देने का आरोप लगाया. ईरानी ने कहा, 'हावड़ा में रामनवमी के जुलूस के दौरान पथराव हुआ. न्याय देने के बजाय ममता बंदोपाध्याय (बनर्जी) ने पत्थरबाजों को क्लीन चिट दे दी, जिन्होंने कानून अपने हाथ में लिया और रामनवमी की शोभा यात्रा पर हमला किया.' उन्होंने कहा, 'सवाल यह है कि ममता कब तक हिंदू समुदाय पर हमले करती रहेंगी?'

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हिंदुओं पर हमले होते रहते हैं और ममता चुप रहती हैं
ईरानी ने आगे कहा, 'यह पहली घटना नहीं है, जो ममता बनर्जी के कार्यकाल में हुई है. इससे पहले 2022 में लक्ष्मी पूजा पर जब दलित पूजा कर रहे थे, तो उन पर हमला किया गया था. उस समय भी वह चुप रहीं.' गौरतलब है कि गुरुवार को रामनवमी के जश्न के बीच हावड़ा में दो गुटों के बीच हुई झड़प में कई वाहनों में आग लगा दी गई. जुलूस के दौरान दंगाइयों ने सार्वजनिक और निजी संपत्तियों में तोड़फोड़ की और वाहनों में आग लगा दी. रामनवमी समारोह के दौरान हावड़ा में हुई हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने शुक्रवार को आपराधिक जांच विभाग को जांच सौंप दी है. पुलिस महानिरीक्षक सीआईडी ​​सुनील चौधरी के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने जांच शुरू कर दी है.

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ममता का हिंसा के लिए भाजपा और दक्षिणपंथी संगठनों पर आरोप
इधर ममता बनर्जी ने जोर देकर कहा कि रामनवमी के जुलूस के दौरान हावड़ा के काजीपारा इलाके में हुई हिंसा के पीछे न तो हिंदू थे और न ही मुसलमान, बल्कि भाजपा और अन्य दक्षिणपंथी संगठन थे. उन्होंने दोनों समुदायों के लोगों से क्षेत्र में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने की भी अपील की. ​​तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि शांति और सामंजस्य को खत्म करने के भगवा खेमे के दीर्घकालिक प्रयास के तहत पुलिस की अनुमति के बिना जुलूस निकाला गया. उन्होंने यह भी दावा किया कि खुफिया जानकारी से पता चला है कि काजीरापा में हिंसा भाजपा द्वारा रची गई एक गहरी साजिश थी, जो लोगों को राजनीतिक लाभ के लिए धर्म के आधार पर विभाजित करना चाहती है.

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गृह मंत्री अमित शाह भी हैं सक्रिय
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस से बात की और हावड़ा में हिंसा भड़कने की स्थिति का जायजा लिया. शाह ने पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को भी फोन किया और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में जानकारी ली. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर हावड़ा में रामनवमी समारोह के दौरान हुई हिंसा की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग की थी. रामनवमी समारोह के दौरान पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हुई हिंसा के बाद राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर कर मामले की एनआईए जांच और हिंसा प्रभावित क्षेत्र में केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती की मांग की.