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जेएनयू छात्र कन्हैया कुमार को मिला शिवसेना का साथ, कहा- देशद्रोह की परिभाषा सुविधानुसार नहीं बदली जा सकती

शिवसेना ने जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार का साथ देते हुए कहा कि उन्हें जबरदस्ती देश विरोधी नारों में फंसाया गया।

Updated on: 02 Mar 2017, 10:48 AM

highlights

  • शिवसेना ने कन्हैया कुमार को लेकर केंद्र सरकार पर साधा निशाना
  • सामना में लिखा, कन्हैया कुमार को जेल में डाल दिया था, यह मामला उल्टा पड़ गया
  • शिवसेना ने कहा, देशभक्ति का अधिकार सिर्फ एक व्यक्ति या संगठन के पास नहीं हो सकता

नई दिल्ली:

केंद्र और महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी शिवसेना लगातार बीजेपी पर निशाना साध रही है।

शिवसेना ने जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार का साथ देते हुए कहा कि उन्हें जबरदस्ती देश विरोधी नारों में फंसाया गया।

शिवसेना ने मुखपत्र सामना में कहा, 'देशभक्ति का अधिकार सिर्फ एक ही व्यक्ति या संगठन के पास नहीं हो सकता है। गाँधी जी की हत्या जरूर एक अपराध था लेकिन नाथूराम गोडसे देशभक्त थे या ना नहीं यह कोई नहीं बता सकता है। बीजेपी की नजर में कन्हैया कुमार एक देशद्रोही है लेकिन देश के सैनिकों के खिलाफ बयान देने वाले महाराष्ट्र बीजेपी के विधायक प्रशांत परिचायक बिल्कुल देशद्रोही नहीं हैं।'

परिचायक ने कहा था- सैनिक साल भर सीमा पर होते हैं फिर उनकी पत्निया बाल बच्चेदार हो जाती है।

शिवसेना ने कहा, 'सरकार ने देशद्रोह का मामला दर्ज कर कन्हैया कुमार को जेल में डाल दिया था, लेकिन अब यह मामला उल्टा पड़ गया है, खुद दिल्ली पुलिस इस मामले को साबित करने में असफल रही है।'

आपको बता दें की जेएनयू में देश विरोधी नारे के प्रकरण पर दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट तैयार की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ड्राफ्ट चार्जशीट में कहा गया है कि कन्हैया कुमार ने देश विरोधी नारे नहीं लगाये थे।

शिवसेना ने कहा, 'सैनिकों और उनके परिवार को लेकर दिए गये बयान पर ABVP ने विधायक प्रशांत परिचायक के समर्थन में पोस्टर लगाए और परिचायक का विरोध कर रहे दुसरे गुट को धमकियां भी दी।'

सामना में लिखा गया है कि देशद्रोह की परिभाषा सुविधानुसार नहीं बदली जा सकती है। अगर अफजल गुरु के समर्थन में नारे लगाना देशद्रोह है तो फिर सैनिकों की पत्नियों के लिए बयान देने वाले विधायक प्रशांत परिचायक के अपराध को भी संगीन माना जाए।

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गठबंधन पर शिवसेना का बयान

बीएमसी चुनाव के बाद किसी कांग्रेस से गठबंधन की खबर पर भी शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधा है। शिवसेना ने कहा, 'अगर कांग्रेस के साथ आना अभद्र गठबंधन है तो फिर बीजेपी ने जम्मू और कश्मीर में पाकिस्तान प्रेमी पीडीपी के साथ जो गठबंधन करके सरकार बनायी है उसे भी दरिद्र गठबंधन माना जाए।

शिवसेना ने कहा कि अगर वोटों के आधार पर देशभक्ति की व्याख्या तय की जाने लगी तो देश में विकट स्थिति आ जाएगी।

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