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राजस्थान में जारी है सियासी नूराकुश्ती, गहलोत के खिलाफ पायलट के बागी तेवर बरकरार

कांग्रेस (Congress) ने मंगलवार को एक बार फिर सुबह 10 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसमें शामिल नहीं होने की दो-टूक बात सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने कह दी है.

Updated on: 14 Jul 2020, 06:47 AM

highlights

  • मंगलवार को अशोक गहलोत ने फिर विधायक दल की बैठक.
  • 109 विधायकों के समर्थन का दावा कर सचिन को बुलाया.
  • पायलट ने बैठक में शामिल होने से किया दो टूक इंकार.

नई दिल्ली/जयपुर:

बहुमत के लिहाज से जरूरी विधायकों के समर्थन पर राजस्थान (Rajasthan) के सीएम और डिप्टी सीएम के दावे-प्रतिदावों के बीच सूबे का सियासी संकट सुलझता नहीं दिख रहा है. कांग्रेस (Congress) ने मंगलवार को एक बार फिर सुबह 10 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसमें शामिल नहीं होने की दो-टूक बात सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने कह दी है. इसके साथ ही पायलट खेमे ने कहा कि बहुमत सदन में सिद्ध होता है, बंद कमरे में नहीं. इस बीच खबर है कि प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) खुद जयपुर पहुंच स्थिति को सुलझाने की कवायद कर सकती हैं. अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) फिलहाल अपने साथ 109 विधायकों के होने का दावा कर रहे हैं.

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कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व पायलट को मनाने में जुटा
जाहिर है राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को मनाने की कोशिशें कांग्रेस नेतृत्व की ओर से लगातार की जा रही हैं और इसी क्रम में पार्टी कई वरिष्ठ नेता उनके संपर्क में हैं. हालांकि, पायलट के करीबी सूत्रों का कहना है कि राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ अब भी बागी रुख अपनाए हुए हैं. पायलट के करीबों सूत्रों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार के पास बहुमत होने के दावे को भी खारिज करते हुए कहा कि बहुमत मुख्यमंत्री के आवास पर नहीं, बल्कि विधानसभा में होता है.

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आलाकमान पर टिकी सचिन खेमे की निगाहें
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री के करीबी एक सूत्र ने यह भी कहा कि पायलट भाजपा में नहीं जाएंगे और कांग्रेस आलाकमान की तरफ से कोई निर्णय होने के बाद ही आगे का कदम उठाएंगे. पायलट ने रविवार को गहलोत के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल लिया था और दावा किया था कि उनके पास 30 से अधिक विधायकों का समर्थन है और अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में आ चुकी है. दूसरी तरफ, जयपुर में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस ने दावा किया कि गहलोत सरकार के पास 109 विधायकों का बहुमत है.

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कांग्रेस नेतृत्व बातें मानने को तैयार
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पायलट से बात की है और उनसे कहा है कि वे मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत नहीं करें. उन्हें उनकी चिंताओं को दूर करने का विश्वास भी दिलाया गया है. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पायलट को मनाने के लिए पार्टी का शीर्ष नेतृत्व लगातार उनके संपर्क में बना हुआ है. खबर है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पायलट से बात की है. इसके साथ ही अहमद पटेल, पी चिदंबरम और केसी वेणुगोपाल ने भी उनसे संपर्क किया है.