logo-image

राहुल गांधी बोले- कैलाश रेंज में भारतीय सेना क्यों पीछे हट रही?

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi)ने एक बार फिर मोदी सरकार को घेरा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हमारी सेनाएं (Indian Army) कैलाश रेंज्स के डोमिनेंट पोजीशन से पीछे क्यों हट रही हैं?

Updated on: 12 Feb 2021, 06:56 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi)ने एक बार फिर मोदी सरकार को घेरा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हमारी सेनाएं (Indian Army) कैलाश रेंज्स के डोमिनेंट पोजीशन से पीछे क्यों हट रही हैं? हम अपना क्षेत्र क्यों दे रहे हैं और फिंगर 4 से फिंगर 3 के तरफ क्यों हट रहे हैं? भारतीय क्षेत्र में स्थित डेपसांग मैदानों और गोगरा हॉट स्प्रिंग्स से चीन वापस क्यों नहीं जा रहा है? बता दें कि इससे पहले शुक्रवार सुबह राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला था. उन्होंने कहा कि चीन मुद्दे पर गुरुवार को रक्षा मंत्री रक्षा मंत्री ने संसद में अपनी बात कही, इसमें कुछ चीजें हैं जो साफ होनी चाहिए. 

राहुल गांधी ने सुबह कहा था कि भारत सरकार की पोजिशन मामले की शुरुआत में थी कि अप्रैल से पहले की स्थिति लागू की जाएगी, लेकिन अब रक्षा मंत्री ने आकर बयान दिया है. हमारी जगह फिंगर 4 पर है, लेकिन सरकार ने फिंगर 3 पर सहमति क्यों दी. प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने भारतीय जमीन को चीन के हवाले क्यों दिया.

उन्होंने कहा कि डेपसांग से चीनी सेना अभी तक पीछे नहीं हटी है. ये साफ है कि देश के प्रधानमंत्री ने भारत की पवित्र जमीन चीन को पकड़ा दी है. राहुल बोले ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी ने चीन के सामने माथा टेक दिया है. इस पर रक्षा मंत्रालय ने राहुल गांधी को जवाब दिया है.

रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि एलएसी (LAC) फिंगर 8 तक है न कि फिंगर 4 तक. जहां तक दोनों तरफ के पोस्ट की बात है तो भारत का पोस्ट फिंगर 3 और चीन का फिंगर 8 पर है. रक्षा मंत्रालय के स्टेटमेंट में देपसांग, गोगरा और हॉट स्प्रिंग पर मतभेद का भी जिक्र किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि चीन के साथ समझौते में जमीन नहीं दी गई है.

इस बारे में रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि वर्तमान में पैंगोंग त्सो लेक में चल रहे डिसइंगेजमेंट को लेकर मीडिया और सोशल मीडिया में कुछ गलत सूचनाएं और भ्रमित टिप्पणियां चल रही हैं. रक्षा मंत्रालय इस बात पर जोर देते हुए यह कहता है कि संसद के दोनों सदनों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से तथ्यात्मक स्थिति साफ कर दी गई है.