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प्रधानमंत्री ने वैक्सीन निर्माताओं से उत्पादन क्षमता बढ़ाने का आग्रह किया

प्रधानमंत्री ने इन टीका निर्माताओं की उपलब्धियों और उनकी व्यावसायिक कुशलता के लिए सराहना की. मोदी ने कहा कि हमारे वैक्सीन उद्योग की सबसे बड़ी ताकत इसका सामथ्र्य, संसाधन और सेवा भाव है और यही वे गुण हैं जो इसे दुनिया का वैक्सीन लीडर बनाते हैं.

Updated on: 20 Apr 2021, 09:58 PM

highlights

  • माइक्रो कंटेंनमेंट जोन पर फोकस करें
  • दवाई भी कड़ाई भी, ये मंत्र कभी भी न भूलें
  • कोरोना के खिलाफ जंग जीतने के लिए अनुशासन भी जरूरी है

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वैक्सीन निर्माताओं से देश के लोगों को कम से कम समय में टीकाकरण करने के लिए उत्पादन क्षमता को लगातार बढ़ाने का आग्रह किया. प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देशभर के वैक्सीन निर्माताओं से बातचीत की. प्रधानमंत्री ने इन टीका निर्माताओं की उपलब्धियों और उनकी व्यावसायिक कुशलता के लिए सराहना की. मोदी ने कहा कि हमारे वैक्सीन उद्योग की सबसे बड़ी ताकत इसका सामथ्र्य, संसाधन और सेवा भाव है और यही वे गुण हैं जो इसे दुनिया का वैक्सीन लीडर बनाते हैं. देश के वैक्सीन निर्माताओं की क्षमता पर विश्वास करते हुए, मोदी ने कहा कि सरकार ने अब 1 मई से प्रत्येक वयस्क के लिए टीकाकरण कार्यक्रम की अनुमति दी है.

उन्होंने टीका निर्माताओं से देश के लोगों को कम से कम समय में टीकाकरण करने के लिए उत्पादन क्षमता को लगातार बढ़ाने का आग्रह किया और नए टीकों के विकास में हमारे वैज्ञानिकों द्वारा किए जा रहे प्रयासों और अध्ययनों की भी सराहना की. पीएम मोदी ने रिकॉर्ड समय में टीकों के विकास और निर्माण के लिए टीका निर्माताओं को श्रेय दिया. इस तथ्य पर ध्यान देते हुए कि यहां निर्मित टीके सबसे सस्ते हैं, पीएम मोदी ने कहा कि भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा है.

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पीएम मोदी ने कहा कि टीकों के विकास और निर्माण की इस पूरी प्रक्रिया में देश ने लगातार मिशन कोविड सुरक्षा के तहत सार्वजनिक-निजी भागीदारी की भावना के साथ काम किया है और शुरू से अंत तक वैक्सीन विकसित करने के लिए एक इकोसिस्टम तैयार किया है. सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि सभी वैक्सीन निर्माताओं को न केवल सभी संभव मदद और लॉजिस्टिक सपोर्ट मिले, बल्कि वैक्सीन की मंजूरी की प्रक्रिया भी तेज और वैज्ञानिक हो.

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उन्होंने उन टीका निर्माण के उम्मीदवारों को भी हर संभव समर्थन और सुगम अनुमोदन प्रक्रिया का आश्वासन दिया, जो अभी परीक्षण के चरण में हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य ढांचे ने कोविड -19 के खिलाफ देश की लड़ाई में बड़ी भूमिका निभाई है और आने वाले दिनों में निजी क्षेत्र टीकाकरण अभियान में और भी अधिक सक्रिय भूमिका निभाएंगे. इसके लिए अस्पतालों और उद्योग के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता होगी.

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वैक्सीन निर्माताओं ने 18 वर्ष की आयु से ऊपर के सभी लोगों के लिए टीकाकरण की अनुमति देने के सरकार के फैसले के लिए और अधिक प्रोत्साहन और लचीलापन प्रदान करने वाले विभिन्न कदम उठाने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. उन्होंने वैक्सीन विकास और उत्पादन की प्रक्रिया के दौरान भारत सरकार से प्राप्त समर्थन के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व की भी सराहना की. उन्होंने उत्पादन, आगामी वैक्सीन उम्मीदवारों और नए वेरिएंट पर शोध करने के लिए अपनी योजनाओं पर भी चर्चा की.