logo-image

बंगाल में चुनाव के बीच बांग्लादेश में आज मतुआ समुदाय से मिलेंगे प्रधानमंत्री मोदी, जानिए सियासी मायने

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) दो दिन की बांग्लादेश यात्रा पर हैं. अपने दौरे के दूसरे और आखिरी दिन प्रधानमंत्री मोदी आज बांग्लादेश (Bangladesh) में मतुआ समुदाय के बीच पहुंचेंगे.

Updated on: 27 Mar 2021, 09:11 AM

highlights

  • PM मोदी के बांग्लादेश दौरे का दूसरा दिन
  • आज मतुआ समुदाय से मिलेंगे प्रधानमंत्री
  • बंगाल में चुनाव के बीच मुलाकात अहम

कोलकाता/ढाका:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) दो दिन की बांग्लादेश यात्रा पर हैं. अपने दौरे के दूसरे और आखिरी दिन प्रधानमंत्री मोदी आज बांग्लादेश (Bangladesh) में मतुआ समुदाय के बीच पहुंचेंगे और लोगों से मुलाकात करेंगे. मोदी मातुआ समुदाय के श्री श्री हरिचंद मंदिर के साथ-साथ गोपालगंज के काशियानी उपजिला के तहत आने वाले ओराकांडी ठाकुरबाड़ी में गुरुचंद के हरि मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे. इसके अलावा वह गोपालगंज के तुंगीपारा में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के मकबरे का भी दौरा करेंगे. लेकिन पीएम मोदी ने आज के इस पूरे कार्यक्रम को सीधे तौर पर पश्चिम बंगाल के चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.

यह भी पढ़ें : बंगाल और असम में पहले चरण के लिए मतदान, पीएम नरेंद्र मोदी ने वोटर्स से की खास अपील

'मतुआ' समुदाय पर एक नजर

हिंदू संप्रदाय वाले इस समुदाय की आबादी पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश दोनों में ही बड़ी तादाद में रहती है. अनुमान के मुताबिक, मतुआ समुदाय की आबादी बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल और अन्य जगहों पर 3 करोड़ के करीब है. विभाजन के दौरान ये बड़ी संख्या में पश्चिम बंगाल में चले आए, खासकर 2001-02 में खालिदा जिया की सरकार के समय में हिंदू-विरोधी अभियानों के दौरान भी इनका स्थानांतरण हुआ. आज मोदी इन लोगों के बीच पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री आज बांग्लादेश के धर्मस्थल ओरकांडी की यात्रा करेंगे. ओरकांडी 'मतुआ' समुदाय का सबसे पवित्र मंदिर है.

मतुआ समुदाय का राजनीतिक प्रतिनिधित्व

उधर, अब मतुआ समुदाय के राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर नजर डालते हैं. मौजूदा समय की बात करें तो अभी मतुआ महासंघ के वर्तमान नेता सांतनु ठाकुर बोंगन से बीजेपी के सांसद हैं और उनके पिता मंजुल कृष्ण ठाकुर राज्य में मंत्री रह चुके हैं. माना जाता है कि उत्तर 24-परगना और नादिया जिले में मतुआ वोट एक निर्णायक फैक्टर की तरह हैं. पश्चिम बंगाल की कम से कम छह संसदीय सीटों में इनकी उपस्थिति है, जबकि बंगाल की करीब 70 विधानसभा सीटों पर यह समुदाय असर रखता है.

यह भी पढ़ें : पीएम नरेंद्र मोदी बोले- बांग्लादेश की आजादी के समर्थन में मैंने भी दी थी गिरफ्तारी

वोट पाने के लिए बीजेपी-टीएमसी में जंग

मातुआ समुदाय की जड़े बांग्लादेश से जुड़ी हुई हैं.  यहां बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच इस समुदाय का वोट पाने के लिए जबरदस्त जंग छिड़ी हुई है. मसलन, प्रधानमंत्री मोदी की बांग्लादेश में मतुआ समुदाय से मुलाकात एक चुनावी रणनीति मानी जा रही है. आपको यह भी बता दें कि आज पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 30 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. ऐसे में पीएम मोदी का यह दौरा पश्चिम बंगाल चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है.