एक तरफ कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) ट्रायल के अंतिम दौर में हैं तो दूसरी तरफ इस लोगों तक पहुंचाने के लिए अभी से तैयारी शुरू हो गई है. सरकारी की योजना जुलाई 2021 तक देश के करीब 25 करोड़ लोगों तक कोरोना वैक्सीन पहुंचाने की है. इसके लिए न सिर्फ वॉलेंटियर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा बल्कि वैक्सीन के लिए लोगों के चुनाव पर भी प्लानिंग शुरू हो गई है.
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स्वास्थ्य कर्मियों को पहले चरण में दी जाएगी वैक्सीन
केंद्र सरकार ने फिलहाल सभी राज्य सरकारों से ऐसे लोगों की संख्या मांगी है जिन्हें प्रायोरिटी बेस पर वैक्सीन दी जानी है. जानकारी के मुताबिक स्वास्थय कर्मियों को सबसे पहले वैक्सीन दी जानी है जो कोरोना काल में हेल्थ सिस्टम के लिए काम कर रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि वैक्सीन की प्रोक्योरमेंट का काम सेंट्रलाइज्ड मैकेनिज्म के जरिए किया जाएगा. इसके अलावा इसकी रियल टाइम मॉनिटरिंग भी होगी, जिससे कि ब्लैक मार्केटिंग जैसी चीजें रोकी जा सकें.
सरकार ने बनाई ये योजना
सरकार की अभी तक की योजना के मुताबिक पहले चरण में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर्स, नर्स, पैरामेडिक्स, सैनिटरी स्टाफ, आशा वर्कर्स, सर्विलांस ऑफिसर्स और टेस्टिंग से लेकर ट्रीटमेंट तक का काम कर रहे हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी. केंद्र सरकार लगातार ऐसी योजना तैयार करने में जुटी है, जिससे कि पारदर्शी और प्रभावी तरीके से वैक्सीन को लोगों तक पहुंचाया जा सके.
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3 दवाएं अंतिम चरण के ट्रायल में
फिलहाल भारत में तीन ऐसी दवाएं हैं जो कि फेज 2 या फेज 3 के ट्रायल स्टेज में हैं और इन सभी के सकारात्मक परिणाम भी दिख रहे हैं. अभी तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक वैक्सीन बनाने का काम 2021 की शुरुआत तक पूरा हो जाएगा. वैक्सीन के आने की सुगबुगाहट से पहले इसके डिस्ट्रीब्यूशन के लिए नीति आयोग और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बड़ी टीमें पूरा प्लान तैयार करने में जुटी हैं.
Source : News Nation Bureau