पीएम नरेंद्र मोदी आज सैन्य कमांडर कांफ्रेंस को करेंगे संबोधित, तय होगी रणनीति
प्रधानमंत्री शनिवार की सुबह यहां पहुंचेंगे और सम्मेलन को संबोधित करेंगे. उनके उसी दिन वापस लौटने का कार्यक्रम है.
highlights
- पीएम नरेंद्र मोदी सुबह 10 बजे पहुंचेंगे अहमदाबाद एयरपोर्ट
- स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पर जाकर सरदार पटेल को देंगे श्रद्धांजलि
- फिर करेंगे शीर्ष सैन्य नेतृत्व के सम्मेलन को संबोधित
केवड़िया:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शनिवार को गुजरात (Gujarat) के नर्मदा जिले में स्थित केवड़िया में देश के शीर्ष सैन्य नेतृत्व के एक सम्मेलन को संबोधित करेंगे. राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी. शीर्ष सैन्य अधिकारियों का तीन दिवसीय संयुक्त सैन्य सम्मेलन गुरुवार को यहां शुरू हुआ था. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री शनिवार की सुबह यहां पहुंचेंगे और सम्मेलन को संबोधित करेंगे. उनके उसी दिन वापस लौटने का कार्यक्रम है. पीएम मोदी के कार्यक्रम के अनुसार वह सुबह 10 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचेंगे. स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पर जाकर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. फिर इसके बाद हेलीकॉप्टर से केवड़िया जाएंगे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर चुके हैं संबोधित
इससे पूर्व शुक्रवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सम्मेलन में शामिल होने के लिए केवड़िया पहुंचे. यहां उन्होंने संयुक्त सैन्य कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘अपनी सीमाओं पर भारत की ठोस कार्रवाई ने कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों के सकारात्मक और शांतिपूर्ण समाधान में मदद की है. मैं हाल ही में पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के दौरान सैनिकों की ओर से दिखाए गए निस्वार्थ साहस को सलाम करता हूं.’
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'...ताकि भारत की तरक्की हो सके'
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हमारे संसाधनों का अधिकतम उपयोग और जनशक्ति का युक्तिकरण, बलों के बीच बेहतर समन्वय की कुंजी है.’ उन्होंने कहा कि देश ने समान विचारों वाले देशों के साथ समान सुरक्षा हितों के लिए घनिष्ठ संबंध बनाए हैं. सिंह ने कहा, ‘हम एक देश के रूप में सुरक्षित और स्थिर माहौल बनाने की अपनी क्षमता को मजबूत करना चाहते हैं जिससे भारत की आर्थिक तरक्की हो सके. हमारी बढ़ी हुई रक्षा क्षमताओं से हम किसी भी स्थिति का बेहतर तरीके से मुकाबला कर सकेंगे.’
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'चीन ने स्वीकार किया था कि...'
पिछले महीने, भारत और पाकिस्तान ने घोषणा की थी कि वे नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सभी संघर्ष विराम समझौतों का पालन करने के लिए सहमत हुए हैं. इसके अलावा, भारत और चीन ने पिछले महीने पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे से अपने सैनिकों को हटा लिया था. गौरतलब है कि पिछले वर्ष जून में गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. पिछले महीने चीन ने पहली बार स्वीकार किया था कि जून 2020 में हुई इस झड़प में उसके चार सैनिक मारे गए थे.
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