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'जुमे का दिन और वही कमरा', चुनाव जीतने के लिए ममता बनर्जी का 'टोटका'

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 (West Bengal Assembly Election 2021) : ममता बनर्जी ने पार्टी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करने के लिए शुक्रवार के दिन और एक छोटे कमरे को चुना, जिसे वे अपने लिए लकी मानती हैं.

Updated on: 05 Mar 2021, 05:52 PM

highlights

  • टीएमसी ने जारी की प्रत्याशियों की लिस्ट
  • 291 सीटों पर उम्मीदवारों का घोषणा की
  • ममता बनर्जी नंदीग्राम से लड़ेंगी चुनाव

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 (West Bengal Assembly Election 2021) : कहते हैं कि जब सियासत में जीतना होता है तो साम, दाम, दंड, भेद सब कुछ अपनाया जाता है. चुनावी माहौल में राज्यों की संस्कृति हो या वेशभूषा हो, सत्ता की कुर्सी तक पहुंचने के लिए नेता उस रंग में रगने की पूरी कोशिश करते हैं. यहां तक की वहां की भाषा भी रट्टा मार मारकर याद कर लेते हैं. इससे भी काम नहीं चलता है तो मंदिर-मस्जिद के दौरे से लेकर तमाम तरह के कर्मकांड अपनाते हैं. बात इतनी ही नहीं, कई बार नेता तरह तरह के अंधविश्वासों और टोटकों पर भी अमल करते दिखते हैं. जिसका ताजा उदाहरण पश्चिम बंगाल में देखने को मिला है.

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पश्चि‍म बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करने के लिए एक छोटे कमरे को चुना, जिसे वे अपने लिए लकी मानती हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने दिन भी वही चुना जो वह पिछले 2 चुनावों में चुनती रहीं. आज दिन शुक्रवार है, और जुमे का भी जिन है, पिछले दो बार के चुनावों में ममता बनर्जी ने इसी दिन को उम्मीदवारों का ऐलान करने के लिए चुना. 2011 और 2016 के विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार के दिन ही ममता बनर्जी ने उम्मीदवारों की घोषणा की थी. अब इस बार फिर उन्होंने शुक्रवार के दिन को ही शुभ मानकर उम्मीदवारों का ऐलान किया है.

यही नहीं, टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी दो बार लगातार इसी कमरे से उम्मीदवारों की घोषणा करती रही हैं. अहम बात यह है कि पिछले दोनों चुनाव में टीएमसी के उम्मीदवार जीते भी थे और सरकार बनाने में ममता बनर्जी कामयाब हो पाईं थी. इसी तरह इस बार फिर ममता बनर्जी ने यही कमरा उम्मीदवारों के ऐलान के लिए चुना. शायद इस बार भी ममता बनर्जी को लग रहा होगा कि इसी कमरे से उम्मीदवारों का ऐलान किया जाए तो चुनाव में जीत हो सकती है.

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कहा जाता है कि ममता बनर्जी इन दोनों चीजों को अपने लिए लकी मानती हैं. हालांकि इस बार ममता बनर्जी को थोड़ी घबराहट भी जरूर है. लेकिन इसमें कोई दोहराई नहीं है कि चुनावों में टोटके भी बहुत ज्यादा चलते हैं. ऐसा नहीं है कि सिर्फ टीएमसी ही इस तरह के टोटके अपना रही है, और भी तमाम अन्य पार्टियां चुनाव जीतने के लिए तमाम तरह के टोटके अपनाती है. बहरहाल, यह स्थिति टीएमसी के अंदर देखने को मिली है और ऐसे में यह 'टोटका' कितना सही साबित हो पाता है, ये 2 मई को साफ हो जाएगा.

आपको बता दें कि आज ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व वाली टीएमसी ने राज्य की 294 में से 291 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है. टीएमसी (TMC) ने 42 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है. एससी (अनुसूचित जाति) वर्ग से 79 और एसटी (अनुसूचित जनजाति) वर्ग के 17 उम्मीदवारों मैदान में उतारा है. 51 महिलाओं को भी उम्मीदवार बनाया है. नए उम्मीदवारों को भी मैदान में उतारा गया है. हाल ही में टीएमसी में शामिल हुए स्पोर्ट्समैन और फिल्मी हस्तियों को पार्टी ने टिकट दिया है.