logo-image

ऑक्सीजन उपलब्धता को लेकर पीएम मोदी ने की उच्चस्तरीय बैठक, बोले- हर जरूरतमंद को मिले ऑक्सीजन

पीएम मोदी ने देश भर में ऑक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा करने के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में पीएम मोदी ने देश भर में ऑक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा करने और इसकी उपलब्धता को बढ़ाने के तरीकों और साधनों पर चर्चा की. 

Updated on: 22 Apr 2021, 04:37 PM

highlights

  • ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर पीएम मोदी ने की उच्चस्तरीय बैठक
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि हर जरूरतमंद को ऑक्सीजन मिलनी चाहिए

नई दिल्ली:

देश में कोरोना विस्फोट के बीच ऑक्सीजन बड़ी समस्या बन गई है. देशभर के कई हिस्सों में अस्पतालों के अंदर ऑक्सीजन खत्म हो चुकी है, ऐसे में इस महामारी से मरने वालों की संख्या में बड़ी तेजी के साथ बढ़ोत्तरी हुई है. पिछले 24 घंटे में 2100 से ज्यादा लोग अपनी जिंदगी की जंग हार चुके हैं. ऑक्सीजन के बिना मरीजों के तड़पने के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इस बीच पीएम मोदी ने देश भर में ऑक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा करने के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में पीएम मोदी ने देश भर में ऑक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा करने और इसकी उपलब्धता को बढ़ाने के तरीकों और साधनों पर चर्चा की. 

ये भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी जल्द होगी दूर, यहां पहुंची ऑक्सीजन एक्सप्रेस

बैठक में कैबिनेट सचिव, प्रधान मंत्री, प्रधान सचिव, गृह सचिव, स्वास्थ्य सचिव और वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, सड़क परिवहन, फार्मास्यूटिकल्स मंत्रालय, NITI Aayog के अधिकारी उपस्थित थे. पीएमओ की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि बैठक में अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को पिछले कुछ हफ्तों में ऑक्सीजन की आपूर्ति में सुधार के प्रयासों पर जानकारी दी. बैठक में पीएम मोदी ने कई पहलुओं पर तेजी से काम करने का आदेश दिया है. बैठक में पीएम मोदी ने अधिकारियों से कहा कि देश में तेजी के साथ ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाया जाए, इसके अलावा ऑक्सीजन के वितरण को भी गति दी जाए. 

बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को ऑक्सीजन सहायता प्रदान करने के लिए अभिनव तरीकों का उपयोग करना होगा. PMO ने बताया कि यह नोट किया गया है कि पिछले कुछ दिनों में, निजी और सार्वजनिक इस्पात संयंत्रों, उद्योगों, ऑक्सीजन निर्माताओं के योगदान के साथ-साथ गैर-आवश्यक उद्योगों के लिए ऑक्सीजन आपूर्ति पर प्रतिबंध के साथ लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता में 3300 मीट्रिक टन प्रतिदिन की वृद्धि हुई है.

पीएम ने राज्यों को ओ 2 के तेजी से परिवहन सुनिश्चित करने पर जोर दिया। देश भर में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए केंद्र सरकार ने रेलवे से ऑक्सीजन सप्लाई करने का फैसला लिया है. बैठक में ये चर्चा की गई कि रेलवे का उपयोग टैंकरों के गैर-स्टॉप लंबी दूरी के परिवहन के लिए किया जाएगा. इसके तहत विजाग से मुंबई पहली रेक पहुंच चुकी है. यात्रा के समय को कम करने के लिए आपूर्तिकर्ताओं को खाली टैंकरों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है.

ऑक्सीजन की कमी से मौत को अपराध माना जाएगा- HC

ऑक्सीजन की कमी को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने आज बड़ा फैसला सुनाया. अदालत ने कहा कि केंद्र सरकार टैंकरों के लिए अतिरिक्त संरक्षण मुहैया कराए. कोर्ट ने केंद्र से कहा कि केंद्र ऑक्सीजन के ट्रांसपोर्ट के लिए एक अलग कॉरिडोर तैयार करें. कोर्ट ने कहा कि इस आदेश की अवहेलना को गंभीरता से लिया जाएगा और इससे बड़ी संख्या में लोगों की मौत की संभावना बनेगी और ऐसा होने गंभीर आपराधिक एक्शन लिया जाएगा. यह अपराध माना जाएगा. अदालत ने कहा कि हम सभी अन्य पक्षों को निर्देश देते हैं कि आदेशों का कड़ाई से पालन हो. इस आदेश की अवहेलना को गंभीरता से लिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- कोरोना के खिलाफ कारगर है वैक्सीन, ICMR का दावा- 'टीका लगवा चुके 10,000 लोगों में से सिर्फ 4 हुए संक्रमित'

केंद्र सरकार ने शुरू की ऑक्सीजन एक्सप्रेस

देश भर में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए केंद्र सरकार ने रेलवे से ऑक्सीजन सप्लाई करने का फैसला लिया है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि यूपी में ऑक्सीजन आपूर्ति हेतु लखनऊ से बोकारो में स्थित स्टील प्लांट के लिए चली ऑक्सीजन एक्सप्रेस वाराणसी से आगे निकल चुकी है. ट्रेन तेज गति से चले, इसके लिए रास्ते में ग्रीन कोरिडोर बनाया गया है, ताकि बिना किसी रेड सिग्नल के यह ट्रेन जल्द से जल्द अपने गंतव्य तक पहुंच सके. बता दें कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि केंद्र सरकार की 12 राज्यों के साथ बैठक के बाद राज्यों की जरूरतों के हिसाब से अलग-अलग राज्यों को 6,177 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई की जाएगी.