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कोरोना के खिलाफ कारगर है वैक्सीन, ICMR का दावा- 'टीका लगवा चुके 10,000 लोगों में से सिर्फ 4 हुए संक्रमित'

ICMR का कहना है कि कोरोना वैक्सीन की पहली या दोनों डोज लेने वाले केवल 0.04% लोग यानी वैक्सीन लेने वाले 10 हजार लोगों में केवल 2 से 4 लोग ही कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं.

Updated on: 22 Apr 2021, 03:27 PM

highlights

  • कोरोना से जंग में वैक्सीन कारगर साबित हो रही
  • वैक्सीन लेने के बाद कोरोना होने के मामले काफी कम
  • कोरोना के नए स्ट्रेन पर भी वैक्सीन असरदार है

नई दिल्ली:

देश में कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा रखा है. पिछले कई दिनों से रिकॉर्ड पॉजिटिव केस (Positive Cases) सामने आ रहे हैं. देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3.14 लाख से अधिक नए केस सामने आए हैं. ये आंकड़ा पूरी दुनिया में एक दिन में सामने आए नए मामलों में सबसे ज्यादा है. इसके अलावा मरने वालों का आंकड़ा भी बड़ी तेजी के साथ बढ़ा है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक एक दिन में कोरोना महामारी (COVID-19) की चपेट में आकर 2100 से अधिक लोगों की जान गई है. इस बीच राहत की खबर ये है कि वैक्सीन लेने वालों पर कोरोना का असर कम हो रहा है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने दावा किया कि कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम (COVID-19 Vaccination) से संक्रमण को रोकने में काफी सफलता मिली है. 

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ICMR का कहना है कि कोरोना वैक्सीन की पहली या दोनों डोज लेने वाले केवल 0.04% लोग यानी वैक्सीन लेने वाले 10 हजार लोगों में केवल 2 से 4 लोग ही कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. सरकार ने माना है कि कोरोना से बचने की वैक्सीन लगाने के बाद भी देश में संक्रमण के मामले सामने आए हैं, लेकिन इनकी संख्या बहुत ही कम है. 

ICMR के मुताबिक कोवैक्सिन लेने वाले 1.1 करोड़ लोगों में से 93 लाख 56 हजार 436 ने इसकी पहली डोज लगाई और इनमें से 4 हजार 208 में कोरोना का संक्रमण हुआ. यानी वैक्सीन लेने के बाद महज 0.04% लोग ही संक्रमित हुए हैं. 17 लाख 37 हजार 178 ने दोनों डोज लीं और इनमें से 695 संक्रमित हुए. यह प्रतिशत भी 0.04 है. उन्होंने बताया कि इसी तरह कोविशील्ड लगवाने वाले 11.6 करोड़ लोगों में से 10 करोड़ 3 लाख 2 हजार 745 ने इसकी पहली डोज ली और इनमें से 17 हजार 145 में संक्रमण हुआ. यानी महज 0.02 लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं.

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने बताया कि यह डाटा उन लोगों का है जो कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के कुछ दिन के भीतर संक्रमित हुए. पहली डोज लेने के बाद का आंकड़ा भी करीब-करीब इसी के बराबर ही है. ICMR के डीजी डॉ. बलराम भार्गव के मुताबिक, वैक्सीन लेने के बाद प्रति 10 हजार लोगों में से दो-चार लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. यानी कि वैक्सीनेशन के बाद कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों का प्रतिशत बेहद कम है. 

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देसी वैक्सीन कोवैक्सिन को लेकर दावा किया गया है कि यह देश में सामने आए दोहरे बदलाव वाले डबल म्यूटेंट वायरस के खिलाफ भी कारगर है. इसके अलावा कोरोना के कई विदेशी वैरिएंट्स से भी बचाती है. कोवैक्सिन को लेकर यह दावा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने बुधवार को किया. बता दें कि भारत समेत कई देशों में कोवैक्सिन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है. वहीं 60 अन्य देशों में मंजूरी के लिए बात चल रही है.