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लाल किला की हालत देख सब्र का बांध टूटा, यूपी और हरियाणा से हटाए गए प्रदर्शनकारी किसान

उत्तर प्रदेश के बागपत में भी प्रशासन ने बुधवार रात किसान आंदोलन बंद करा दिया. पुलिस ने बागपत हाईवे पर आंदोलन कर रहे किसानों को रातोंरात खदेड़ कर जगह खाली करा दी.

Updated on: 28 Jan 2021, 12:16 PM

नई दिल्ली:

गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर राजधानी Delhi में किसानों (Farmers) के हिंसक प्रदर्शन (Violent Demonstration) के बाद देशवासियों में काफी आक्रोश है. किसानों द्वारा मचाए गए उत्पात की वजह से किसान आंदोलन (Farmers Protest) काफी कमजोर पड़ चुका है. कई किसान संगठन आंदोलन बंद वापस अपने घर भी निकल रहे हैं. इसके अलावा कई जगहों पर स्थानीय लोगों के गुस्से को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी धरना दे रहे किसानों से जगह खाली करा रही है.

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इसी सिलसिले में हरियाणा पुलिस ने करनाल में सड़क पर धरना दे रहे किसानों को हटा दिया है. किसानों के प्रति लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने बसताड़ा टोल और प्योंत टोल पर डेरा डाले किसानों को हटा दिया है. इसके साथ ही यहां लगाए गए लंगर भी बंद कर दिए गए हैं. प्रशासन ने किसी भी प्रकार की अनचाही घटना से बचने के लिए इन इलाकों में भारी पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं.

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वहीं दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश के बागपत में भी प्रशासन ने बुधवार रात किसान आंदोलन बंद करा दिया. पुलिस ने बागपत हाईवे पर आंदोलन कर रहे किसानों को रातोंरात खदेड़ कर जगह खाली करा दी. किसानों को हटाए जाने को लेकर पुलिस ने बताया कि उन्होंने NHAI का नोटिस मिलने के बाद ये कार्रवाई की है.

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बता दें कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च के दौरान प्रदर्शनकारी किसानों ने लाल किले पर कब्जा कर लिया था और जमकर तोड़फोड़ की थी. किसानों ने लाल किले पर अपना झंडा भी फहराया था. जिसके बाद से ही देशभर में आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ लगातार आवाजें उठ रही हैं. इतना ही नहीं, किसानों ने लाल किला और आईटीओ में पुलिसकर्मियों पर भी जानलेवा हमला किया था.