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लोकसभा में देर रात पास हुआ महामारी विधेयक, कोरोना को लेकर इन राज्यों ने चलाया अभियान

महामारी संशोधन बिल को मंजूरी मिलने पर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार इस दिशा में राष्‍ट्रीय सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य अधिनियम बनाने पर भी काम कर रही है. उनके अनुसार इस बारे में कानून विभाग ने राज्‍यों के भी विचार जानने का सुझाव दिया.

Updated on: 22 Sep 2020, 08:18 AM

नई दिल्ली:

राज्यसभा में हंगामे के बाद कृषि बिल को फाड़ने पर निलंबित किए गए सांसदों का धरना सोमवार देर रात तक जारी है. इन सांसदों ने पूरी रात धरना दिया और इनके अनुसार आगे की रणनीति मंगलवार को राज्‍यसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद तय की जाएगी. सोमवार को देर रात तक चली लोकसभा में महामारी संशोधन बिल को मंजूरी मिल गई है. इसके तहत स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों को संरक्षण देने का प्रस्‍ताव है.

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महामारी संशोधन बिल को मंजूरी मिलने पर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार इस दिशा में राष्‍ट्रीय सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य अधिनियम बनाने पर भी काम कर रही है. उनके अनुसार इस बारे में कानून विभाग ने राज्‍यों के भी विचार जानने का सुझाव दिया था. इस बारे में और जानकारी देते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि पिछले दो साल में हमें सिर्फ चार राज्‍यों से इस संबंध में सुझाव मिले हैं. इनमें मध्‍य प्रदेश, त्रिपुरा, गोवा और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व वाली सरकार ने राज्‍यों के साथ मिलकर कोरोना महामारी के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया.

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रात 12 बजे लोकसभा में भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक पर चर्चा चल रही थी. लोकसभा स्पीकर ओम बिडला सदन का संचालन कर रहे थे. वहीं कुछ ही दूरी पर गांधी प्रतिमा के पास राज्यसभा से एक हफ्ते के लिए निलंबित विपक्षी सांसदों का धरना चल रहा था. शाम को ही सांसदों ने रात भर धरना करने की अपनी मंशा जाहिर कर दी थी, जब सांसदों के घर से चादर और तकिए मंगवा लिए गए थे.