हाफिज के साथ मंच साझा कर नपे फिलीस्तीनी राजदूत, भारत के विरोध के बाद वापस बुलाए गए
फिलीस्तीनी राजदूत के पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद के साथ रैली में शामिल होने के वाकये को लेकर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
highlights
- फिलीस्तीनी राजदूत के पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद के साथ रैली में शामिल होने के वाकये को लेकर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है
- फिलीस्तीन राजदूत के हाफिज सईद की रैली में शामिल होने को लेकर फिलीस्तीन ने खेद जताते हुए कहा कि वह मामले की जांच कर रहा है
नई दिल्ली:
फिलीस्तीनी राजदूत के पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद के साथ रैली में शामिल होने के वाकये को लेकर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है, जिसके बाद कार्रवाई करते हुए फिलीस्तीन ने अपने राजदूत को वापस बुला लिया है।
भारत में फिलीस्तीन के राजदूत अदनान अबू अल हाइजा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया, 'फिलीस्तीन ने हाफिज सईद से मुलाकात के बाद पाकिस्तान से अपने राजदूत वालिद अबु अली को वापस बुलाने का फैसला लिया है।'
हाइजा ने कहा, 'हमारे राजदूत को इस आदमी (हाफिज सईद) के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। जब उसने बोलना शुरू किया तब उन्होंने पूछा कि यह आदमी कौन है? हमारे राजदूत का भाषण उसके बाद था और भाषण देने के बाद वह वहां से चले गए। हमारे लिए यह भी स्वीकार्य नहीं है और इस मामले में फैसला लिया जा चुका है।'
उन्होंने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का सहयोग कर रहे हैं और इसलिए हमारी सरकार ने इस्लामाबाद में तैनात हमारे राजदूत को सीधे वापस बुलाने का फैसला लिया है। वह अब पाकिस्तान में फिलीस्तीन के राजदूत नहीं रहेंगे।
हाइजा ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी फिलीस्तीन के मेहमान हैं और हम उनका वहां स्वागत करते हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि वह जल्द ही फिलीस्तीन का दौरा करेंगे। हम उनके दौरे का इंतजार कर रहे हैं।'
सईद से मुलाकात पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इसे अस्वीकार्य बताते हुए कहा, 'सरकार ने पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद के साथ फिलीस्तीनी राजदूत के मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। हाफिज सईद को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी घोषित कर रखा है।'
गौरतलब है कि फिलीस्तीन के राजदूत 29 दिसंबर को रावलपिंडी के कार्यक्रम में हाफिज सईद के साथ दिखे थे।
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रावलपिंडी के लियाकत बाग में जमात-उद-दावा की एक रैली में फिलीस्तीन के राजदूत वलीद अबु अली भी नजर आए, जिसके बाद इस पूरे मामले में राजनयिक विवाद का रूप ले लिया।
मंत्रालय ने कहा कि फिलीस्तीन ने इस वाकये पर गहरी नाराजगी जताई है और भारत सरकार को आश्वासन दिया है कि वह पूरे मामले का गंभीरता से संज्ञान ले रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'वह इस पूरे मामले को उचित तरीके से निपटाएंगे। फिलीस्तीन सरकार ने बताया कि वह भारत के साथ अपने संबंधों की अहमियत को समझता है और आतंक के खिलाफ लड़ाई में वह भारत के साथ खड़ा है। इसके साथ ही वह ऐसे किसी व्यक्ति के साथ संबंध नहीं रखेंगे जो भारत के खिलाफ आतंकी की मुहिम में शामिल रहा है।'
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