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अपग्रेड होंगी लंबी दूरी के ट्रेनें, जानिए क्या है मोदी सरकार के ये मास्टर प्लान

इन रेल गाड़ियों की स्पीड 130/160 किमी प्रति घंटा के बीच रखी जाएगी. आपको बता दें कि भारतीय रेलवे ऐसा इसलिए कर रहा है क्योंकि नॉन एसी बोगियों की वजह से ट्रेनों की स्पीड 130 किमी प्रति घंटे पर तकनीकि समस्याएं पैदा करतीं हैं

Updated on: 11 Oct 2020, 07:52 PM

नई दिल्‍ली:

भारत की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) ने भारतीय रेलवे (Indian Railway) को अपग्रेड करने का विचार किया है. रेलवे के मुताबिक रेल नेटवर्क को अपग्रेड करने के लिए आने वाले समय में स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के अंतर्गत देश की लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियों से नॉन एसी कोच को पूरी तरह से हटा दिया जाए. इसका मतलब इन ट्रेनों में सिर्फ एसी कोच वाली बोगियां ही रहेंगी इसके अलावा इन रेलगाड़ियों की स्पीड को भी अपग्रेड किया जाएगा. इन रेल गाड़ियों की स्पीड 130/160 किमी प्रति घंटा के बीच रखी जाएगी. आपको बता दें कि भारतीय रेलवे ऐसा इसलिए कर रहा है क्योंकि नॉन एसी बोगियों की वजह से ट्रेनों की स्पीड 130 किमी प्रति घंटे पर तकनीकि समस्याएं पैदा करतीं हैं, इसी वजह से भारतीय रेलवे ने अपग्रेडिंग में स्लीपर कोच को पूरी तरह से खत्म करने की मांग की है.  

भारतीय रेलवे ने लंबी दूरी की रेलगाड़ियों में अभी 83 बोगियां लगाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है, लेकिन इसकी संख्या बढ़ाई भी जा सकती है.  मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में फिलहाल 83 एसी कोच लगाने का प्रस्ताव है. हालांकि इस साल के अंत तक कोच की संख्या बढ़ाकर 100 तक भी की जा सकती हैं. जबकि अगर बात अगले साल की करें तो हो सकता ये संख्या बढ़कर 200 तक भी चली जाए. रेलवे के इस अपग्रेडेशन के बाद से लोगों को यात्रा में ज्यादा आरामदायक और समय की बचत दोनों ही फायदे होंगे वहीं अगर इन ट्रेनों में किराए की बात की जाए तो इनके किराए भी सामन्य और एसी कोच की तुलना में कम रखे जाने का प्लान है. 

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पूरी तरह से नहीं हटेंगे नॉन एसी डिब्बे
आपको ये भी बता दें कि भारतीय रेलवे का नॉन एसी कोच को पूरी तरह से हटाने का विचार नहीं है. जो ट्रेनें ज्यादा दूरी की नहीं होंगी और उनकी स्पीड भी 100 से 110 किमी/घंटा के आसपास होगी उनमें ये कोच रहेंगे. इन ट्रेनों की स्पीड एसी कोच वाली ट्रेनों से थोड़ी कम होगी. आपको बता दें कि भारतीय रेलवे ये सभी परिवर्तन चरणबद्ध तरीके से करेगी.  इसके पहले भारतीय रेलवे ने बुधवार को त्योहारी सीजन को देखते हुए 39 नई पैसेंजर ट्रेनों को चलाने की मंजूरी दी है. ये सभी ट्रेनें स्पेशल ट्रेनों के रूप में चलाई जाएंगी. रेलवे की तरफ से सभी 39 ट्रेनों की लिस्ट जारी कर दी गई है, लेकिन अभी इन्हें कब से चलाया जाएगा, इसकी जानकारी नहीं दी गई है. 

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17 अक्टूबर से शुरू हो रहा है तेजस ट्रेनों का संचालन
आगामी 17 अक्टूबर से देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस भी पटरी पर दौड़ने लगेंगी. IRCTC ने बुधवार को इस बात की घोषणा की है. तेजस ट्रेन के लिए टिकट बुकिंग की शुरुआत 8 अक्टूबर से हो गई है. आपको बता दें कि कोरोना महामारी की वजह से पिछले सात महीने से देश में तेजस एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन बंद है. 17 अक्टूबर से लखनऊ-नई दिल्ली और अहमदाबाद-मुंबई रूट पर इन ट्रेनों का परिचालन दोबारा शुरू होगा. आपको बता दें कि इसके साथ ही इन ट्रेनों में भी मौजूदा समय देश में चल रही अन्य ट्रेनों की तरह कोरोना वायरस से संबंधित सभी नियमों का पालन करना जरूरी होगा. इन ट्रेनों में यात्रा करने के दौरान यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, चेहरे पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा.