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अयोध्या के मंच से पीएम मोदी ने पाक और चीन को दी चेतावनी, कहा- 'भय बिन होय न प्रीत'

प्रधानमंत्री मोदी ने भूमि पूजन के बाद अपने संबोधन में भगवान राम के संदेशों को एक-एक करके बताया. उन्होंने कहा, श्रीराम जी की नीति है- भय बिन होय न प्रीत. इसलिए हमारा देश जितना ताकतवर होगा, उतनी ही प्रीति और शांति बनी रहेगी.

Updated on: 05 Aug 2020, 05:33 PM

नई दिल्‍ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या के मंच से पाकिस्तान और चीन को सांकेतिक रूप से कड़ा संदेश दिया. राम चरित मानस के सुंदरकांड के एक दोहे के अंश 'भय बिन होय न प्रीत' को दोहराते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत जितना ताकतवर होगा, उतनी ही शांति बनी रहेगी. प्रधानमंत्री मोदी ने भूमि पूजन के बाद अपने संबोधन में भगवान राम के संदेशों को एक-एक करके बताया. उन्होंने कहा, श्रीराम जी की नीति है- भय बिन होय न प्रीत. इसलिए हमारा देश जितना ताकतवर होगा, उतनी ही प्रीति और शांति बनी रहेगी. राम की यही रीति सदियों से चली आ रही है.

हालिया समय में चीन सीमा पर चल रहे तनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान काफी अहम माना जा रहा है. जिस तरह से उन्होंने भारत के ताकतवर होने पर ही शांति होने की बात कही, उससे माना जा रहा है कि चीन और पाकिस्तान दोनों के लिए इसमें कड़े संदेश छिपे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस दोहे के अंश का उच्चारण किया, वह पूरा दोहा यूं है, विनय न मानत जलधि जड़ गए तीनि दिन बीत. बोले राम सकोप तब भय बिन होय न प्रीत. राम चरित मानस के सुंदरकांड में यह दोहा उस प्रसंग से जुड़ा है, जब भगवान राम लंका जाने के लिए समुद्र से रास्ता देने की विनती कर रहे थे.

जो राम की शरण में उसकी रक्षा करना उनका कर्तव्य
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि श्रीराम की शिक्षा है- कोई भी दुखी और गरीब न हो. उनका सामाजिक संदेश है- नर और नारी सभी समान रूप से सुखी हों. पीएम मोदी ने आगे कहा कि भगवान श्रीराम का निर्देश है कि किसान, पशुपालक, सभी हमेशा खुश रहें. श्रीराम का आदेश है -बुजुर्गों, बच्चों, चिकित्सकों की सदैव रक्षा होनी चाहिए. श्रीराम का आह्वान है कि जो शरण में आए उसकी रक्षा करना सभी का कर्तव्य है.

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अयोध्या पहुंचकर पीएम मोदी ने बनाए ये तीन रिकॉर्ड
आपको बता दें कि 28 साल बाद पीएम मोदी अयोध्या पहुंचे हैं. उन्होने 3 रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं. पहला रिकॉर्ड यह है कि वह श्रीराम जन्मभूमि जाने वाले प्रथम प्रधानमंत्री बने हैं. इसके अलावा यह देश में पहला मौका होगा, जब किसी प्रधानमंत्री ने अयोध्या की हनुमानगढ़ी का दर्शन किया है. इसी के साथ देश की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के प्रतीक किसी मंदिर के शुभारंभ कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले पहले प्रधानमंत्री के तौर पर भी नरेंद्र मोदी का नाम दर्ज हो गया है.

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पीएम मोदी के स्वागत में पहुंचे थे सीएम योगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचने के बाद सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रामनगरी अयोध्या पहुंचने पर उनका हेलिपैड पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया. इसके बाद वह हनुमानगढ़ी पूजन के लिए पहुंचे. इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री ने परिक्रमा की और हनुमानगढ़ी के अन्य मंदिरों का दर्शन किया. इस दौरान उन्हें मुकुट वाली पगड़ी पहनाई गई.