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मोदी-जिनपिंग मुलाकात: सीमा विवाद से लेकर आतंकवाद तक पर एकमत हुए भारत-चीन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के चीन दौरे के बाद आज देश वापस लौट रहे हैं। दौरे के दूसरे दिन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी ने वुहान के ईस्ट लेक में नौका विहार करते हुए कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।

Updated on: 29 Apr 2018, 12:03 AM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के चीन दौरे के बाद आज देश वापस लौट रहे हैं। दौरे के दूसरे दिन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी ने वुहान के ईस्ट लेक में नौका विहार करते हुए कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इसकी जानकारी भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दी।

विदेश सचिव विजय गोखले के मुताबिक दोनों देशों की बीच कई मुद्दों पर सकारात्मक बातचीत हुई जिसमें भारत-चीन के बीच शांतिपूर्ण रिश्तों पर जोर देने की चर्चा हुई।

भारत-चीन सीमा विवाद खत्म करने पर जोर

दोनों देशों के बीच बीते साल डोकलाम को लेकर उपजे विवाद पर चर्चा हुई जिसमें राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी ने इस विवाद का बेहतर हल तलाशने का समर्थन किया।

विदेश सचिव के मुताबिक 2005 में जो पैरामीटर थे उन्हीं के आधार पर सेकेंड स्टेज में इसपर बातचीत होगी। इसके साथ ही दोनों नेताओं ने भारत और चीन के सीमाई क्षेत्रों में शांति कायम रखने को बेहद महत्वपूर्ण बताया।

गोखले के मुताबिक, 'इस बात को लेकर दोनों राष्ट्र प्रमुखों ने फैसला किया कि वो अपनी-अपनी सेनाओं को सामरिक दृष्टि से दिशानिर्देश जारी करेंगे ताकि संचार व्यवस्था को मजबूत किया जा सके और दोनों देशों में विश्वास और सझम को बढ़ावा बिल सके।

गौरतलब है कि डोकलाम में बीते साल 73 दिनों तक भारत और चीन की सेना आमने-सामने थी और तनाव काफी बढ़ गया था। इससे दोनों देशों के रिश्तों में भी दूरी आ गई थी।

आतंकवाद से लड़ने पर भी हुई बात

पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच आतंकवाद को लेकर भी बातचीत हुई। दोनों देशों ने आतंकवाद को बड़ा खतरा बताते हुए इससे लड़ने के लिए प्रतिबद्धता जताई।

विदेश सचिव गोखले के मुताबिक दोनों राष्ट्र प्रमुखों के बीच आतंकवाद के मुद्दे पर सामान्य स्तर की बातचीत हुई जिसमें सहमति जताई की आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा

मनोरंजन के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच साथ आने पर चर्चा

पीएम मोदी ने मनोरंजन और फिल्म के क्षेत्र में भी दोनों देशों के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई। पीएम के इस प्रस्ताव पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि वो कई भारतीय फिल्में देख चुके हैं और यह एक अच्छा प्रस्ताव है जिसके जरिए हम अपने संबंध को और प्रसारित कर सकते हैं।

विदेश सचिव गोखले ने पीएम मोदी शी जिनपिंग के मुलाकात को लेकर कहा, दोनों देश के नेताओं की यह राय है कि परिपक्वता और समझदारी के साथ शांतिपूर्ण तरीके अपने मतभेदों को सुलझाना चाहिए।

इसके साथ ही दोनों देशों की इसपर भी सहमति बनी कि हमें एक दूसरे की संवेदनशीलताओं, चिताओं और आकांक्षाओं का भी सम्मान करना चाहिए।

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