केरल बाढ़ के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिए 18.71 करोड़ रुपये, कैंप छोड़ने वाले लोगों के खाते में राज्य सरकार 10,000 रुपये देगी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) के तहत केरल को 18.71 करोड़ रुपये के अतिरिक्त मदद की मंजूरी दी है।
तिरुवनंतपुरम:
केरल में भीषण बाढ़ के बाद लोगों में बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। इसे देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) के तहत केरल को 18.71 करोड़ रुपये के अतिरिक्त मदद की मंजूरी दी है। यह राशि राज्य के ग्रामीण स्वास्थ्य, साफ-सफाई और पोषण समितियों में दिए जाएंगे। केरल में बाढ़ की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है हालांकि राहत शिविरों में रह रहे लोगों की जिंदगियों को पटरी पर लाने में लंबा वक्त लग सकता है। इससे पहले अब तक केंद्र सरकार राज्य को कुल 600 करोड़ रुपये की मदद कर चुकी है।
शुक्रवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने राहत शिविरों से लौटने वाले लोगों के लिए पैसे, जरूरत के सामानों को देने की अच्छी घोषणा की। उन्होंने कहा, 'राहत शिविर छोड़ने वाले या पहले से छोड़ चुके हर व्यक्ति के बैंक खाते में 10,000 रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे।'
केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा, 'जिला अधिकारियों के नंबर और सामानों की जानकारी ली गई है। राहत शिविरों में रह रहे जिलावार परिवारों की संख्या है... एर्नाकुलम-95400, अलप्पुझा-81600, त्रिशूर-61500, कोट्टयम-39700, पथानमथित्ता-15100, वायनाड-9000, इडुक्की-6700, कोल्लम-5500, मलप्पुरम-1700 है।'
इससे पहले बाढ़ के बाद फैल रही बीमारियों को देखते हुए केरल सरकार ने गुरुवार को राज्य के लिए अतिरिक्त मेडिकल टीम और फील्ड हॉस्पिटल स्थापित करने की मांग की थी।
वहीं केंद्र सरकार ने भी राज्य को दिए गए 600 करोड़ रुपये के अलावा जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त राशि प्रदान का आश्वासन दिया था।
इससे पहले भी कई राज्य केरल को वित्तीय और अन्य सहायता पहुंचा चुके हैं। केरल में 1924 के बाद आई अब तक की सबसे प्रलयकारी बाढ़ की वजह से करीब 3000 राहत शिविरों में लाखों लोग रह रहे हैं।
और पढ़ें : केरल बाढ़: 700 करोड़ रु की मदद पर उलझी मोदी और केरल सरकार, UAE ने कहा- नहीं किया ऐसा ऐलान
केरल में आई बाढ़ की विभीषिका में अब तक 417 लोग जान गंवा चुके हैं और 36 लोग अभी भी लापता हैं। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने शुक्रवार को यह जानकारी जाहिर की। विजयन ने मीडिया से कहा कि आठ अगस्त से जारी लगातार बारिश की वजह से 265 लोगों की मौत हो गई, जबकि 29 मई से शुरू हुई मॉनसून की बारिश और बाढ़ की वजह से अब तक 417 लोगों की मौत हो चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2787 राहत शिविरों में अभी भी 8.69 लाख लोग शरण लिए हुए हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ की वजह से सात हजार घर पूरी तरह नष्ट हो गए, जबकि 50 हजार घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
देश की अन्य ताज़ा खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... https://www.newsnationtv.com/india-news
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Pramanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के इन विचारों से जीवन में आएगा बदलाव, मिलेगी कामयाबी
-
Shri Premanand ji Maharaj: मृत्यु से ठीक पहले इंसान के साथ क्या होता है? जानें प्रेमानंद जी महाराज से
-
Maa Laxmi Shubh Sanket: अगर आपको मिलते हैं ये 6 संकेत तो समझें मां लक्ष्मी का होने वाला है आगमन
-
May 2024 Vrat Tyohar List: मई में कब है अक्षय तृतीया और एकादशी? यहां देखें सभी व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट